PICS: रोहतांग दर्रा एक बार फिर बर्फ के पहाड़ में हुआ तबदील, कई गांव अंधेरे में डूबे

Tuesday, Mar 15, 2016 - 04:13 PM (IST)

कुल्लू/लाहौल: कुल्लू और लाहौल घाटी को जोड़ने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रा एक बार फिर बर्फबारी में तबदील हो गया है।


दरअसल लाहौल घाटी में गत 2 दिनों से भारी बर्फबारी हुई है। ये सीजन का सर्वाधिक हिमपात हुआ है। रविवार तक घाटी के तमाम इलाकों में अढ़ाई फुट तक बर्फ रिकॉर्ड की गई है। जानकारी के अनुसार थिरोट विद्युत परियोजना के टरबाइन बैरिंग जाम हो जाने के कारण लाहौल घाटी में पिछले 3 दिनों से अंधेरे में डूबी हुई है। इस परियोजना का बार-बार बीमार होना तकनीकी खामी है, प्राकृतिक आपदा है या निम्न गुणवत्ता है यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है। बिजली गुल हो जाने के बाद घाटी में संचार नैटवर्क भी ध्वस्त हो गया है।


बर्फबारी से पूर्व पूरी घाटी में सूखे की स्थिति बनी हुई थी लेकिन कुदरत के कारण करिश्मे ने न केवल लाहौल-स्पीति बल्कि संपूर्ण हिमाचल में किसानों व बागवानों के चेहरे खिला दिए हैं। घाटी के भीतर संपर्क मार्गों में बेशक वाहनों की आवाजाही ठप्प है लेकिन सीजन में भूमिगत जलस्रोत, ग्लेशियर व नदी-नालों में भरपूर जल उपलब्धता की आस जग गई है। ऐसे में शीत मरुस्थल के कबायली किसान गद्गद् हैं, जिनका कृषि व्यवसाय पूर्णतया सिंचाई पर निर्भर करता है। उधर, लाहौल घाटी का प्रवेश द्वार रोहतांग दर्रा एक बार फिर से बर्फ के पहाड़ में तबदील हो गया है। कोकसर बचाव चौकी के प्रभारी लूधर सिंह के अनुसार रोहतांग में करीब 5 फुट बर्फ गिरी है जबकि कोकसर, डिम्फू व सिस्सू गांव में अढ़ाई फुट बर्फ पड़ी है। उधर, कुल्लू जिला में बारिश के कारण भू-स्खलन होने से अभी भी दो सड़कें बंद हैं।