ट्रस्ट बनने से नहीं होगी परंपरा प्रभावित : कर्ण

Friday, Jul 29, 2016 - 01:17 AM (IST)

कुल्लू: प्रदेश सरकार द्वारा रघुनाथ मंदिर में ट्रस्ट बनाने की घोषणा की गई है। इस घोषणा के बाद रघुनाथ मंदिर में निभाई जाने वाली परंपराएं प्रभावित नहीं होंगी। जिस प्रकार दशहरा सहित अन्य उत्सव मनाए जाते थे उसी तरह उत्सवों का आयोजन होता रहेगा। आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह ने बचत भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह फैसला कैबिनेट में लिया गया है, किसी बदले की भावना से नहीं। मंदिर में 2 बार चोरी होना भी इसका कारण है।

 

सरकार द्वारा मंदिर का ट्रस्ट बनाए जाने के बाद सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जाएंगे व प्रबंधन भी बेहतर होगा। मंडी के भीमाकाली, मैसूर व ज्वालाजी के टेढ़ा मंदिर का भी ट्रस्ट बनाने का सरकार ने निर्णय लिया है जोकि बिल्कुल सही है। बाशिंग स्थित वैष्णो माता मंदिर की भी शिकायतें सरकार तक पहुंची हैं। उसे भी ट्रस्ट के नियंत्रण में लेने की योजना सरकार द्वारा बनाई जा रही है। रघुनाथ मंदिर को सरकार के नियंत्रण में लिए जाने के बारे में लिखित शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा की गई है जिसके आधार पर मंत्रिमंडल में यह निर्णय लिया गया है। कर्ण सिंह ने कहा कि कुल्लू के हर मंदिर में कारदार संघ कमेटियां बनाई गई हैं लेकिन जहां तक उन्हें पता है रघुनाथ मंदिर में ऐसी कोई कमेटी गठित नहीं की गई है जो लेन-देन का ब्यौरा रखती हो।

 

कर्ण सिंह ने कहा कि यह मंदिर किसी एक का नहीं है। रघुनाथ जी की मूर्ति राजा जगत सिंह द्वारा लाई गई थी और राजा महेंद्र सिंह के 2 पुत्र हैं। बड़े मेरे भाई महेश्वर सिंह जो रघुनाथ जी के मुख्य छड़ीबरदार हंै और छोटा भाई मैं हूं। महेश्वर सिंह छड़ीबरदार थे और आगे भी रहेंगे, उनके द्वारा ही मंदिर के सभी उत्सव मनाए जाएंगे। कर्ण सिंह ने कहा कि 8 आधिकारिक सदस्यों की घोषणा की गई है, जिसमें वह, विधायक महेश्वर सिंह, पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर, कारदार संघ के अध्यक्ष दोत राम, वीरेंद्र कंवर, यदुराज, गोपाल कृष्ण महंत व कारदार दानवेंद्र सिंह शामिल हैं।

 

राजनीति से प्रेरित है यह फैसला : दोत राम
कुल्लू देवी-देवता कारदार संघ के अध्यक्ष दोत राम ठाकुर ने पत्रकार वार्ता में कहा कि रघुनाथ मंदिर का ट्रस्ट बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है जोकि मात्र राजनीति से प्रेरित है। मैं स्वयं कांग्रेसी हूं लेकिन जिन लोगों ने सरकार को रघुनाथ मंदिर के विरुद्ध शिकायत भेजी है वे 3 लोग भी कांग्रेसी हैं और यह एक सोची-समझी साजिश है। उन्होंने कहा कि रघुनाथ मंदिर में चोरी की घटना को आधार बनाकर मंदिर में ट्रस्ट बनाना तर्कसंगत नहीं है। सुरक्षा प्रदान करना सरकार का दायित्व बनता है।