दुनियाभर के लिए मिसाल बने इस शख्स की कहानी जानकर आप भी सलाम करेंगे (PICS)

Sunday, Oct 23, 2016 - 04:20 PM (IST)

केलांग (लाहौल-स्पीति): दुनियाभर के लिए मिसाल बने 66 वर्षीय इस शख्स की कहानी जानकर आप भी सलाम करेंगे। लामा छुटलिन छोंजोर ने ऐसा कारनामा किया है कि आने वाली कई पीढ़ियां याद रखेंगी। बताया जा रहा है कि जिस काम को करने में सरकार ने भी हाथ पीछे खींच लिए उसे इस शख्स ने अकेले ही पूरा कर दिखाया।


पहाड़ों को काटकर बनाई थी सड़क
जानकारी के मुताबिक समुद्र तल से 14,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर पिछले 5 सालों से पहाड़ों को काटकर सड़क बनाने में जुटे बौद्ध भिक्षु 66 वर्षीय लामा छुटलिन छोंजोर की मेहनत आखिर रंग लाई है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने जीवन भर की पूंजी और चंदे से गांव तक 26 किलोमीटर लंबी सड़क बना दी है। दारचा से शिंकुला दर्रा होकर गुजरने वाली इस सड़क को जम्मू कश्मीर के कारगिल जिला के उपमंडल जंसकर के पहले गांव करग्या तक बनाया गया है। पहली बार लामा छोंजोर जीप लेकर करग्या गांव पहुंचे। यहां पहुंचने से लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है।


5 साल पहले लामा छुटलिन छोंजोर ने शिंकुला दर्रा से करग्या गांव की ओर सड़क निर्माण का काम शुरू किया था। एक साल पहले ही इस काम के लिए नैशनल एसटी कमीशन लामा छोंजोर को सम्मानित भी कर चुका है। लामा ने बताया कि जंसकर के लोग वर्षों से पैदल शिंकुला दर्रा पार अपनी रोजमर्रा की चीजों के लिए हिमाचल का रुख करते आ रहे हैं। लेकिन अब पहली बार गांव तक सड़क बन जाने से बॉर्डर के लोगों को राहत मिलेगी। भगवान बुद्ध ने कहा है कि दूसरों की भलाई में ही अपना कल्याण निहित है। हाल ही में दीपक प्रोजेक्ट के 70 आर.सी.सी. से स्थानांतरित कमांडर कर्नल केपी राजेंद्र का कहना है कि लामा छोंजोर कई सालों से इस सड़क निर्माण में जुटे थे। वहीं नैशनल एसटी कमीशन के उपाध्यक्ष एवं विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि जुनून और हिम्मत के दम पर लामा छोंजोर सच में हिमालय का लक्ष्मण मांझी साबित हुए हैं।