भगवान रघुनाथ के साथ खेली होली

Friday, Feb 12, 2016 - 09:11 PM (IST)

कुल्लू: ढालपुर में शुक्रवार को बसंत उत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। सुबह भगवान रघुनाथ जी के मन्दिर में भगवान रघुनाथ जी की पूजा-अर्चना की गई। बाद में भगवान रघुनाथ जी की शोभायात्रा रघुनाथपुर से शुरू हुई और सरवरी-लोअर ढालपुर होते हुए रथ मैदान में पहुंची। यहां हजारों की संख्या में लोग रघुनाथ जी के दर्शनों के लिए पहुंचे। भगवान रघुनाथ जी को पुजारी भाटुओं द्वारा परिवार सहित रथ में विराजमान किया गया और रघुनाथ जी के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह द्वारा पूजा-अर्चना की गई।

 

इस मौके पर भरत मिलाप करवाया गया और उसके बाद हनुमान जी ने भीड़ में घुसकर लोगों को अपने रंग में रंग दिया। हजारों राम भक्तों द्वारा रथ को भगवान रघुनाथ जी के अस्थायी शिविर तक पहुंचाया गया। भगवान जी को अस्थायी शिविर में विराजमान करने के बाद भजन-कीर्तन किया गया। वैरागी समुदाय के लोगों ने भगवान रघुनाथ के समक्ष पारंपरिक ढंग से होली गीत प्रस्तुत किए। पुजारियों द्वारा भगवान रघुनाथ जी को होली के रंग में रंग दिया। उसके बाद भगवान जी को वापस रथ में विराजमान किया गया और रथ मैदान में लाने के बाद वापस रघुनाथ मंदिर पहुंचाया गया। राम भक्तों द्वारा इस शुभ अवसर पर गुलाल के साथ होली खेली गई। इस अवसर पर राज परिवार के मंत्री कर्ण सिंह सहित सभी सदस्य उपस्थित रहे।

 

आज से होली उत्सव का आगाज
भगवान रघुनाथ जी को होली का रंग लगाने के बाद होली उत्सव का शुभारंभ हो गया। भगवान जी के वाद्ययंत्रों पर भी गुलाल फैंका गया। रघुनाथ मंदिर में 40 दिन तक भगवान रघुनाथ जी को पुजारी होली के रंग में रंगेंगे। 8 दिन तक होलाष्टक में वैरागी समुदाय भगवान जी के द्वार पहुंच कर होली खेलेंगे। बसंत उत्सव भी रघुनाथ मंदिर में मनाए जाने वाले दशहरा, फाग, जल विहार, वन विहार, अन्न कूट व फाग की तरह मुख्य उत्सव है।

 

नग्गर में मनाया बसंत उत्सव
 नग्गर के ठाबा और हरीपुर में बसंत उत्सव मनाया गया। हरीपुर में भगवान माधोराय जी को रथ में बिठाकर मंदिर से दशहरा मैदान तक लाया गया, जहां भरत मिलन हुआ। वहीं हनुमान ने सभी लोगों को रंग लगा कर बसंत पर्व की परंपरा निभाई। नग्गर के ठाबा में भी बसंत उत्सव मनाया गया। यहां आए श्रद्धालुओं ने जहां रथ यात्रा में भाग लिया वहीं भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद लिया।