रैड डी हिमालय रैली: फिर इतिहास दोहराएगा 9 बार रह चुका यह चैंपियन

Monday, Oct 10, 2016 - 04:20 PM (IST)

मनाली: दुनिया की कठिनतम मोटर स्पोर्ट्स रेस रैड डी हिमालय के 18वें संस्करण के पहले दिन 9वीं बार के विजेता सुरेश राणा ने एक्सट्रीम श्रेणी में बढ़त बना ली है। मारुति सुजुकी और मोटर स्पोर्ट्स की रैड डी हिमालय रैली सुबह 3 बजे मनाली से रवाना हुई। रैली के पहले दिन की प्रतियोगिता लाहौल-स्पीति के ग्रांफू से काजा के बीच हुई। मनाली से ग्रांफू तक का सफर प्रतियोगिता में शामिल नहीं रहा। प्रतियोगिता के पहले दिन 9 बार रैली के विजेता रह चुके मनाली के सुरेश राणा ने बढ़त बना ली है।


मारुति सुजुकी के वाइस प्रैजीडैंट विनय पंत ने शनिवार को हरी झंडी देकर इस रैली का शुभारंभ किया था। मौसम का बदला मिजाज रैली में खलल डाल सकता है। रविवार को लाहौल-स्पीति की चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई। पहले दिन सुरेश राणा और संदीप के बीच मुकाबला देखने को मिला। हालांकि अभी रैली के दौरान 6 दिन प्रतियोगिता आयोजित की जानी है लेकिन पिछले साल के विजेता रहे संदीप और सुरेश पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। मारुति सुजुकी रैड डी हिमालय रैली दुनिया भर में चुनौती भरी रैलियों में से एक है।


18वीं रैली रैड डी हिमालय दुनिया की सबसे अधिक चुनौती भरी ऑफ रोड मोटर रैलियों में एक है। यह रैली आज मनाली से ग्रांफू पहुंची। ग्रांफू से छतडू, छोटा दड़ा, बड़ा दड़ा और बातल होते हुए माता कंजुंम के मंदिर से होते हुए काजा पहुंची। रैली को 3 भागों क्रॉस एक्ट्रीम, बाइक एक्ट्रीम और एडवैंचर ट्रायल में बांटा गया है। यह रैली 7 दिनों के भीतर हिमालय में 2000 कि.मी. की दूरी तय करेगी।


यह रैली काजा से वापस ग्रांफू  का रुख करेगी और साढ़े 16,000 फुट ऊंचे तांगलंगला को पार करते हुए लेह पहुंचेगी। सुरेश राणा के नेविगेटर अश्विन नाइक ने फोन पर बताया कि वे इस बार अपने प्रशंसकों को मायूस नहीं करेंगे और रैली को अपने नाम करने की पूरी कोशिश करेंगे। मोटर स्पोर्ट्स के उपाध्यक्ष मनजीत भल्ला ने बताया कि मौसम की परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है तथा सुरक्षा व्यवस्था के विशेष प्रबंध किए गए हैं।