PICS: 18 साल का ''मैरिको'' लिंग परिवर्तन करवाकर बना लड़की, जानिए जिंदगी से जुड़ी और बातें
punjabkesari.in Saturday, Aug 06, 2016 - 01:31 PM (IST)

धर्मशाला: मैक्लोडगंज की पहली ट्रांसजेंडर 18 वर्षीय तेंजिन मैरिको लेह-लद्दाख में आयोजित चैरिटी शो के बाद फिर चर्चा का केंद्र बनी हुई है। बता दें कि तेंजिन मैरिको ने लेह लद्दाख में मैक्लोडगंज स्थित वृद्धाश्रम में जीवन गुजार रहे बुज़ुर्ग लोगों को साल 2016 में आयोजित होने वाली कालचक्र पूजा में ले जाने के लिए चंदा इकट्ठा करने के उद्देश्य से मेगा चैरिटी शो का आयोजन किया।
जानिए, तेंजिन मैरिको की जिंदगी से जुड़ी बातें
बता दें कि तेंजिन मैरिको ने मेकअप आर्टिस्ट के रूप में अपनी नई जिंदगी शुरू की। चैरिटी शो को मिली प्रशंसा से उत्साहित तेंजिन मैरिको ने कहा कि लेह-लद्दाख की उनकी यह पहली यात्रा है, जिसको लेकर वह काफी खुश हैं। जानकारी के मुताबिक तेंजिन मैरिको उस समय तिब्बती समुदाय में चर्चा का विषय बनी जब उसने पहली बार मैक्लोडगंज में आयोजित मिस तिब्बत पेजेंट में धमाकेदार नृत्य कर युवा दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया था। तेंजिन मैरिको जब 9 साल की थी तो उनके पिता ने उसे दार्जिलिंग स्थित बौद्ध मठ में बौद्ध धर्म की शिक्षा लेने के लिए बौद्ध भिक्षु के रूप में मठ में दाखिल करवाया था।
तेंजिन मैरिको जिसे बचपन से ही पता था कि उसमें लड़की बनने के सभी गुण मौजूद हैं। बौद्ध मठ में 3 साल तक बौद्ध दर्शन की शिक्षा लेने के बाद तेंजिन मैरिको उच्च शिक्षा के लिए नेपाल गया, लेकिन नेपाल में बीच में ही पढ़ाई छोड़ कर वापस भारत लौट आया। कुछ साल तक उन्होंने फिर बौद्ध भिक्षु के रूप में जिंदगी बिता कर धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लिया। लेकिन लड़कियों वाले सारे गुण मौजूद होने के चलते उन्होंने आखिरकार लिंग परिवर्तन करवाने का फैसला लिया। लिंग परिवर्तन कर तेंजिन मैरिको निर्वासित तिब्बती समुदाय की पहली ट्रांसजेंडर बनी तथा मेकअप आर्टिस्ट के रूप में अपनी नई जिंदगी की शुरूआत की। तब मैक्लोडगंज में जून महीने में आयोजित मिस तिब्बत पेजेंट में भाग लेकर वह सुर्खियों में आई।
बता दें कि तेंजिन मारी-को की मुश्किलें तभी खत्म नहीं हुई क्योंकि इस निर्णय से तिब्बती समुदाय के रूढिवादियों का उन्हें विरोध भी झेलना पड़ा। हां तक कि उन्हें कई प्रकार की तंज भी कसे गए, लेकिन इन सभी की परवाह न करते हुए उन्होंने अपनी नई जिंदगी को ही तव्वजो देना शुरू कर दिया। तेंजिन मैरिको का मानना है कि सदा अपने आप को आइने में देखना चाहिए न कि लोगों की आंखों में। इसके बाद तेंजिन मैरिको ने धर्मशाला में आयोजित मिस तिब्बत पेजेंट में हिस्सा लिया।
उसने दिल्ली, देहरादून और कर्नाटक में कई शो आयोजित किए। इन्हीं शो में मिली सफलता के बाद तेंजिन मैरिको ने तिब्बती समुदाय के लिए कुछ नया करने की ठान ली। उन्होंने मैक्लोडगंज स्थित वृद्धाश्रम में जीवन गुजार रहे वृद्ध लोगों को वर्ष 2016 में आयोजित होने वाली कालचक्र पूजा में यात्रा करवाने का बीड़ा उठाया। इसी उद्देश्य की पूर्ति को लेकर तेंजिन मैरिको ने लेह-लद्दाख में चैरिटी शो का आयोजन किया।