डॉक्टर सुसाइड केस, आरोपों के घेरे में ज्वाली का एक सियासी परिवार

Tuesday, Oct 25, 2016 - 11:21 AM (IST)

धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): पंचरुखी चिकित्सालय में 16 अक्टूबर को डॉ विमल भारती आत्महत्या मामले में परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई ना करने के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि ज्वाली विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले बड़े नेताओं की शह पर पुलिस मामले में ढील बरत रही है। मामले को लेकर परिजनों ने एसपी कांगड़ा से इंसाफ की गुहार लगाई है।

किशोर चंद का आरोप है कि उनकी बहू रूचि और उसके माता-पिता ने डॉ. विमल भारती को प्रताड़ित करते हुए आत्महत्या के लिए उकसाया है। किशोर चंद का कहना है कि डॉ. भारती का सुसाइड नोट घटना के 5 दिन बाद उन्हें डाक द्वारा मिला जिसे उन्होंने पंचरुखी पुलिस को सौंप दिया। इस सुसाइड नोट में डॉ. भारती ने अपनी मौत के लिए अपनी पत्नी रूचि और उसके मायके वालों को जिम्मेदार ठहराया था। किशोर चंद का आरोप है कि पुलिस ने घटना के इतने दिन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की है और 
उनके बेटे को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक इस मामले में राजनितिक दवाब के चलते पुलिस पर कार्रवाई को लटकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने एस.पी. से गुहार लगाई है कि इस मामले की जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। इस बारे में एस.पी. कांगड़ा संजीव गांधी का कहना है कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है। इस मामले में तथ्य एकत्रित किए जा रहे हैं और उसके बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। एस.पी. ने डॉ. भारती के पिता और अन्य ग्रामीणों को कानून के अनुरूप कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगामी दो तीन दिन में पुलिस किसी नतीजे पर पहुंच जाएगी। एस.पी. के आश्वासन के बाद डॉ. भारती के परिजन भी संतुष्ट हैं।