स्मार्ट सिटी के दायरे में नहीं आएंगे ये 2 क्षेत्र

Wednesday, Oct 19, 2016 - 01:09 AM (IST)

धर्मशाला: स्मार्ट सिटी धर्मशाला में पहले दिए प्रपोजल के तहत ही क्षेत्र को स्मार्ट सिटी के तहत विकसित किया जाएगा। स्मार्ट सिटी के तहत अन्य आसपास के इलाकों को लेने की बातें मात्र अफवाह है। यह बात नगर निगम द्वारा स्पष्ट कर दी गई है कि स्मार्ट सिटी में जनसंख्या व क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए, जिसमें नगरोटा बगवां, शाहपुर आदि के क्षेत्र को स्मार्ट सिटी धर्मशाला के तहत लेने की बातें की जा रही थीं लेकिन पहले दिए गए प्रपोजल के तहत स्मार्ट सिटी के क्षेत्र जोकि मैक्लोडगंज से सकोह तथा धर्मशाला से सिद्धबाड़ी तक ही क्षेत्र स्मार्ट सिटी के तहत रहेगा।


पिछले कुछ दिनों से यह अफवाह सामने आई थी कि स्मार्ट सिटी धर्मशाला में दायरा बढ़ाया जा रहा है तथा इस दायरे में नगरोटा बगवां तथा शाहपुर भी आएंगे। धर्मशाला स्मार्ट सिटी के तहत 27.6 वर्ग किलोमीटर का एरिया है, जिसको स्मार्ट सिटी प्रपोजल के तहत विकसित किया जाएगा। यूएनडीपी प्रोग्राम के तहत एक्सपर्ट 30 नवम्बर के बाद स्मार्ट सिटी का कार्य करना शुरू कर देंगे। इसके अतिरिक्त नगर निगम में रिक्त पड़े पदों को भी चयन बोर्ड हमीरपुर द्वारा भरा जा रहा है बाकी पदों को भरने के लिए सरकार को लिखा गया है।


सरकार के समक्ष भेजा कंटोनमैंट योल क्षेत्र का प्रपोजल
धर्मशाला स्मार्ट सिटी के साथ लगते कंटोनमैंट एरिया को स्मार्ट सिटी के दायरे में लाने के लिए नगर निगम द्वारा एनओसी सरकार को भेज दी गई है। इस एनओसी में कंटोनमैंट के अस्सैट्स व लाइबिलिटी शामिल हैं, जिसे सरकार के समक्ष भेज दिया है। जिला प्रशासन की मानें तो कंटोनमैंट एरिया की प्रपोजल सरकार को भेज दी है। सरकार ने कुछ आंकड़ें मांगे थे, जिसमें योल कंटोनमैंट की आबादी, कंटोनमैंट की लाईबिलिटी तथा अस्सैट्स को प्रदेश शहरी विकास विभाग को भेज दिया गया। इसके तहत अब शहरी विकास विभाग इस मुद्दे को कैबिनेट में लेकर जाएगा, कैबिनैट से मंजूरी मिलने के बाद केंद्र सरकार के सामने रखा जाएगा।


नवम्बर से लगेंगे 147 अंडरग्राऊंड डस्टबिन
स्मार्ट सिटी के तहत धर्मशाला व आसपास के क्षेत्रों में अंडर ग्राऊंड डस्टबिन लगाने का कार्य नवम्बर से आरंभ हो जाएगा। जर्मन तकनीक से बने इन अंडरग्राऊंड डस्टबिनों की संख्या अभी तक 147 बताई जा रही है। पहले फेज में 147 डस्टबिन लगाए जाएंगे तथा उसके बाद दूसरे फेज में बाकी बची जगहों पर डस्टबिन लगाने से डस्टबिन की संख्या बढ़ जाएगी। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के तहत स्ट्रीट लाइटों को लगाने का कार्य चला हुआ है। नगर निगम द्वारा जीआईएसएस वन मैप एप बनाने का कार्य भी चला हुआ है, जिसमें स्मार्ट सिटी के क्षेत्र को लोग मैप के जरिए जान पाएंगे।