''देवभूमि तभी बनेगी जब देवों की भाषा बोली जाएगी''

Tuesday, Nov 03, 2015 - 10:35 AM (IST)

परागपुर: मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तत्वावधान में परागपुर के बलाहर में चल रहे राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के वेद व्यास परिसर में विगत 4 दिनों से आयोजित युवा महोत्सव का समापन सोमवार को किया गया। इसमें बतौर मुख्यातिथि प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शिरकत की। इस अवसर पर देशभर के विभिन्न राज्यों से यहां जुटे संस्कृत के विद्वानों को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल देवभूमि है मगर यह पूर्ण रूप से देवभूमि तभी बनेगी, जब यहां देवों की भाषा यानि संस्कृत भाषा बोली जाएगी। 


बिना संस्कृत भाषा के ज्ञान के हम भारत वर्ष की संस्कृति को नहीं जान सकते। उन्होंने कहा कि विगत दिनों कुल्लू दशहरे के उद्घाटन अवसर पर वे जब मुख्यातिथि के रूप में वहां गए तो वहां 3-4 घंटे के पूजा तंत्र में भगवान राम के चित्र की चर्चा के अतिरिक्त उनके चरित्र का कहीं जिक्र तक नहीं हुआ। असली ङ्क्षबदु तो राम के जीवन को अपने जीवन में अपनाना है।


इस अवसर पर राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के कुलपति प्रो. पी.एन. शास्त्री, वेद व्यास परिसर बलाहर के प्राचार्य प्रो. लक्ष्मी निवास पांडे, शारीरिक शिक्षा निदेशक डाक्टर गजेन्द्र शर्मा, देश के विभिन्न 11 राज्यों में स्थित परिसरों के प्राचार्यों, छात्र-छात्राओं सहित प्रदेश अन्य कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेन्द्र मनकोटिया, विधायक रविंद्र सिंह, एस.डी.एम. देहरा मलोक सिंह, डी.एस.पी. देहरा रेणु शर्मा और परागपुर ग्राम पंचायत के प्रधान रूपीन्द्र सिंह सहित देहरा उपमंडल के समस्त विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।