ये बहादुर बेटी मंदिर में बजाती है नगाड़ा, जानिए क्या है हकीकत?

Tuesday, Sep 06, 2016 - 02:45 PM (IST)

कांगड़ा: इस बहादुर बेटी ने ऐसा काम कर दिखाया जिसे आज तक कोई न कर सका। बता दें इस बेटी के पिता के साथ एक हादसा हो गया जिसकी वजह से उनका चलना-फिरना बंद हो गया। तब से उसने अपने पापा का काम संभाल लिया। जानकारी के मुताबिक 18 साल की नेहा घर चलाने के लिए मंदिर में नगाड़ा बजाती है। बताया जा रहा है कि नेहा के पिता मंदिर में नगाड़ा बजाते थे। जब उनके साथ एक हादसा हुआ तो उनका चलना-फिरना बंद हो गया। वे बिस्तर पर पड़े रहते थे। इलाज में काफी पैसा खर्च हो चुका था और घर चलाना मुश्किल। 


नेहा ने कदम बढ़ाते हुए पिता का काम संभाल लिया और मंदिर में नगाड़ा बजाने लगी। बता दें कि हिमाचल स्थित शक्तिपीठ ज्वाला देवी मंदिर में नेहा ने 2 साल तक नगाड़ा बजाया। घर को चलाया, खुद भी पढ़ी और भाई-बहनों को भी पढ़ाया। नेहा ने बताया कि मंदिर में पिछली पांच पीढ़ियों से हमारे परिवार में नगाड़ा बजाने का काम किया जा रहा है इसलिए मैंने यही काम चुन लिया। क्योंकि पापा के अलावा घर में कमाने वाला और कोई नहीं था तो ये काम करना ही था।


नेहा कहती हैं कि मैं लड़की थी, इसलिए रिश्तेदारों और समाज ने इस काम का विरोध कर दिया। लेकिन समाज से ज्यादा जरूरी मेरे लिए पापा थे, इसलिए मैंने सिर्फ अपनी ही सुनी। 2014 में 10वीं की परीक्षा में 71.4 फीसदी अंक हासिल किए। अब 12वीं में पढ़ रही है। पिता के भी 5 ऑपरेशन हो चुके हैं और वे अब ठीक हो रहे हैं। इलाज न होता तो पैर काटना पड़ता, पर बेटी ने बचा लिया।