नवरात्रों के लिए शक्तिपीठों में तैयारियां पूरी, जानिए क्यों नारियल ले जाने पर लगा प्रतिबंध

Thursday, Sep 29, 2016 - 04:11 PM (IST)

धर्मशाला: 1 अक्तूबर से आरंभ हो रहे नवरात्रों के लिए जिला के 3 शक्तिपीठों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 3 शक्तिपीठों में मंदिर की सजावट, पीने के पानी की व्यवस्था, मैडीकल, अस्थायी शौचालयों की व्यवस्था से लेकर खाने-पीने तक सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। मंदिर की सजावट को ध्यान में रखते हुए चमचमाती लड़ियां भी मंदिर में लगाने के प्रबंध कर लिए गए हैं। नवरात्रों के दौरान 3 शक्तिपीठों में नारियल ले जाने पर पूर्णता प्रतिबंध लगा दिया गया है। 


इस दौरान ज्वाला जी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्थानीय प्रशासन ने नई पहल की है। इस नई पहल के अंतर्गत बाहरी राज्यों से आए हुए श्रद्धालु दिन में तो स्थानीय श्रद्धालु सुबह तथा शाम को दर्शन कर पाएंगे, जिसके लिए अलग से पंक्तियों की व्यवस्था कर ली गई है। नवरात्रों के लिए जिला प्रशासन द्वारा धारा 144 लागू करने की व्यवस्था की गई है जोकि 1 अक्तूबर से आरंभ हो जाएगी।


सुरक्षा व्यवस्था रहेगी कड़ी
जिला के 3 शक्तिपीठों में नवरात्रों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी। 3 शक्तिपीठों में पुलिस की 5 रिजर्व फोर्स तैनात रहेंगी जो सुरक्षा व्यवस्था के साथ यातायात पर भी निगरानी रखेंगी। सुरक्षा के मध्य नजर यह फोर्स 30 सितम्बर तक मंदिर में अपना कार्य आरंभ कर देगी। इस बार मंदिर में सी.सी.टी.वी. कैमरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। डी.सी. सी.पी. वर्मा ने कहा कि नवरात्रों के चलते पुख्ता प्रबंध कर दिए गए हैं। दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, ध्यान रखा जाएगा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। नवरात्रों से पहले समीक्षा बैठक जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। 


एस.पी. संजीव गांधी ने कहा कि नवरात्रों के चलते सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध पुलिस द्वारा किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था में टै्रफिक की व्यवस्था सुधारने के लिए 5 रिजर्व फोर्स लगाई गई हैं। एस.डी.एम. संजीव ने कहा कि ज्वालीजी मंदिर में नवरात्रों के चलते सभी प्रबंध पूरे कर लिए हैं। नारियल ले जाने के लिए पूर्णता प्रबंध लगाया गया है। चामुंडा के मंदिर अधिकारी ने कहा कि गिरजेश चौहान ने बताया कि चामुंडा मंदिर में नवरात्रों के लिए 61 पंडित विद्वानों से विभिन्न व्याख्यान करवाए जाएंगे जोकि 1 से 11 अक्तूबर तक चलेंगे। नवमी के दिन माता को 108 भोज लगाए जाएंगे। कांगड़ा के मंदिर अधिकारी पवन ने बताया कि कांगड़ा मंदिर में नवरात्रों के चलते कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस बार नवरात्रों को देखते हुए तहसील चौक से लेकर मंदिर को बिजली की लड़ियों से सजाया जा रहा है।