प्रदेश में बंदरों के विकराल रूप से मोदी भी चिंतित

Tuesday, Sep 27, 2016 - 11:09 AM (IST)

पालमपुर: हिमाचल प्रदेश में कृषकों के समक्ष विकराल रूप धर चुकी बंदरों की समस्या से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चिंतित दिखे। सी.एस.आई.आर. की प्लैटीनम जुबली के अवसर पर हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर में वीडियो कांफ्रैंसिंग द्वारा प्रदेश के किसानों से सीधा संवाद बनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समस्या के संदर्भ में किसानों से जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार समूचे हिमाचल में बंदरों द्वारा फसलों को हानि पहुंचाना एक बड़ी समस्या बन चुकी है।
 

विदित रहे कि बंदरों की समस्या राज्य की राजनीति का केंद्र ङ्क्षबदु भी बन चुकी है। वर्ष 2014 के अध्ययन के अनुसार राज्य में प्रति वर्ष बंदर 184 करोड़ की कृषि फसल व लगभग 150 करोड़ की बागवानी फसल को हानि पहुंचा रहे हैं। एक आंकड़े के अनुसार राज्य की कुल 3245 पंचायतों में से 2310 पंचायतें बंदरों की समस्या से प्रभावित हैं।

प्रदेश के 12 में से 10 जनपदों में किसान इस समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि राज्य में दो तिहाई से अधिक पंचायतों में बंदरों की समस्या विकराल रूप धर चुकी है। उल्लेखनीय है कि राज्य में 70 प्रतिशत लोग कृषि पर आधारित हैं वहीं बिडम्बना यह है कि 87 प्रतिशत कृषकों के पास एक हैक्टेयर से कम कृषि भूमि है। ऐसे में बंदरों की समस्या के कारण कई किसान कृषि छोड़ चुके हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सीधे संवाद में इस समस्या के प्रति अपनी चिंता जताई है।