14 महीने माइनस 50 डिग्री तापमान में रहेगा देवभूमि का ये Scientist

Thursday, Oct 27, 2016 - 08:19 AM (IST)

पालमपुर (कांगड़ा): दक्षिणी ध्रुव अंटार्टिका के साउथ पोल में मिशन अंटार्टिका 36 साइंटिफिक एक्सपीडीशन नाम से अगले महीने होने जा रहा है। इसमें हिमाचल के चाय नगरी पालमपुर के युवा इंद्रपाल भी भाग लेंगे। इंद्रपाल 14 महीने तक माइनस 50 डिग्री तापमान में रहेंगे। कड़ी प्रतिस्पर्धा के पश्चात इंद्रपाल का चयन इस अभियान के लिए किया गया है। इंद्रपाल पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मिशन अंटार्कटिका-36 के लिए चयनित हुए हैं। समूचे देश से 24 लोग इस अभियान दल में शामिल रहेंगे, वहीं हिमाचल से इंद्रपाल ही एकमात्र अभियान दल के सदस्य हैं। 


अभियान दल में कई प्रमुख वैज्ञानिक, चिकित्सक व विभिन्न विभागों में प्रमुख पदों पर कार्यरत अधिकारी शामिल हैं। इंद्रपाल एकमात्र ऐसे प्रतिभागी हैं, जो वर्तमान में किसी भी सरकारी सेवा में नहीं हैं। वर्ष 2004 में इंद्रपाल सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। इंद्रपाल का चयन लिखित व मौखिक परीक्षा के बाद किया गया है, वहीं उन्हें कठिन शारीरिक व मनोवैज्ञानिक परीक्षाओं से भी गुजरना पड़ा है। भारत के भारती स्टेशन पर 14 महीने की अवधि तक समूचा अभियान दल अंटार्कटिका में रहकर अपने वैज्ञानिक मिशन को सिरे चढ़ाएगा। यह स्टेशन दक्षिण ध्रुव के समीप है। इंद्रपाल वहां सूचना संप्रेषण व इलैक्ट्रीकल का दायित्व देखेंगे। 


इंद्रपाल ने बताया कि इस साहसिक अभियान के लिए उनका चयन सम्मान की बात है तथा वह इस अभियान के सदस्य के रूप में अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति कटिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि इस हेतु उत्तराखंड में शारीरिक प्रशिक्षण पूरा हो चुका है तथा वह 5 नवम्बर को वह इस अभियान के लिए रवाना होंगे।


कैसा है अंटार्कटिका
अंटार्कटिका पृथ्वी के दक्षिण छोर पर स्थित अत्यंत कठिन परिस्थितियों से युक्त महाद्वीप है। यह पूरी तरह से दक्षिण और दक्षिणी महासागर से घिरा हुआ है तथा 1 करोड़ 40 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला यह विश्व का 5वां सबसे बड़ा महाद्वीप है। अंटार्कटिका विश्व के सबसे शीत, शुष्क व तेज हवाओं वाले स्थान के रूप में पहचाना जाता है तथा यहां न्यूनतम तापमान माइनस 89.2 डिग्री सैल्सियस तक पहुंच चुका है।