एयरपोर्ट के विस्तार से ग्रामीणों की नींद हराम

Monday, Oct 24, 2016 - 04:48 PM (IST)

गग्गल: गग्गल एयरपोर्ट के विस्तार को लेकर पुन: निकले जिन्न से गांव सनौरा, रछियालु, बैंटलू और कुठंमा के उन परिवारों का सुखचैन छिन्न गया है, जो गग्गल एयरपोर्ट के निर्माण से लेकर अब तक 2 बार विस्थापन का दर्द झेल चुके हैं। गांव सनौरा के दर्द झेल रहे ग्रामीणों प्रोमिला शर्मा, हरीश शर्मा, निशांत डोगरा, विनोद धीमान, इंद्रपुरी तथा ठाकरी देवी ने बताया कि वर्ष 2000 में एयरपोर्ट के विस्तार के चलते वह विस्थापित हुए थे और फिर पुन: उन्होंने वहां से हटकर नए मकान बनाए थे। अभी नए मकानों में रहने का मन भी नहीं भरा था कि अब पुन: विस्थापित होने का डर सताने लगा है। 


ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अगर पहले विस्तार के समय ही और विस्तार कर लिया जाता तो उन्हें पुन: विस्थापन का डर न देखना पड़ता। ग्रामीणों ने 2 टूक सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार एक बार अपनी पूरी स्थिति स्पष्ट करे कि विस्तार कहां तक करना है और बार-बार विस्तार के जख्म देकर ग्रामीणों का दर्द न बढ़ाएं। ग्राम पंचायत कुठंमा के प्रधान रजिंद्र सिंह, ग्राम पंचायत सनौरा की प्रधान सुनीता देवी तथा रछियालु की प्रधान निशा देवी व गग्गल पंचायत के प्रधान रविंद्र और अन्य पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि वे शीघ्र ही इस बार जिला के प्रशासनिक अधिकारियों और एयरपोर्ट के अधिकारियों से भेंट करके स्थिति बारे जानकारी लेंगे।