पति को मरा समझ किया अंतिम संस्कार, 2 दिन बाद जिंदा लौटा

Thursday, Nov 26, 2015 - 10:48 AM (IST)

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला जिले में एक ऐसा हैरान कर देने का मामला सामने आया है। जिसे पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल जिस पति को मरा हुआ समझकर अंतिम संस्कार तक कर दिया गया वही पति 2 दिन बाद घर पर लौट आया। जानकारी के मुताबिक शहरों-गांवों में घूम-घूमकर कपड़े बेचने वाला धर्मशाला के लोअर गमरू मोहल्ला का शुभकरण नाम का व्यक्ति 9 नवंबर को बिना बताए घर से चला गया। इसके बाद शुभकरण दिवाली तक भी घर पर नहीं पहुंचा। घर वालों से उसका कोई संपर्क नहीं हुआ। इस पर परिजन परेशान हो गए।


दूसरी ओर परेशान पत्नी ने दिवाली की शाम को धर्मशाला थाने में पति की लापता की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। इसके बाद पुलिस को 18 नवंबर को धर्मशाला के पास एक अज्ञात शव मिला था। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के चलते पुलिस ने शिनाख्यत के लिए शुभकरण के परिवार को बुलाया। 19 नवंबर को अज्ञात शव के हाथ का अंगूठा टेढ़ा देख शुभकरण की पत्नी और परिजनों ने इसे अपने पति का समझ कर शव पुलिस से अंतिम संस्कार के लिए ले लिया। दरअसल शव क्षत विक्षप्त हालत में था। जिससे मृतक के परिवार वालों ने उसकी पहचान अंगूठे से ही की। उसी दिन हिंदू रीत-रिवाज से शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।


20 नवंबर को अस्थियां भी बहा दी गईं। इसके बाद अचानक शुभकरण के बेटे को एक फोन आया और उसे कहा गया कि तुम्हारा पिता जिंदा है। यह खबर सुनने के बाद परिवार वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। शुभकरण ने 20 नंवबर को अपने घर फोन कर बताया कि वह जिंदा है। 21 नवंबर को शुभरकण अपने घर लोअर गमरू मोहल्ला आ गया। शुभकरण तो जिंदा अपने घर लौट आया लेकिन गलतफहमी की वजह से जिस अज्ञात व्यक्ति का अंतिम संस्कार लोअर गमरू मोहल्ला में कर दिया गया आखिकर वह शख्स कौन था। इस पर अब बड़ा सवाल उठ रहा है। अजब सी इस पहेली को लेकर पुलिस भी उलझ गई है। इसलिए पुलिस ने अब अज्ञात शव के फोटो को कई थानों में भेजे हैं। ताकि जिसका अंतिम संस्कार कर दिया गया, उसकी पहचान हो सके।