समस्याओं को लेकर सड़कों पर उतरे युवा

Saturday, Oct 10, 2015 - 12:19 AM (IST)

धर्मशाला: आजादी के 70 दशकों के बाद भी गुलामों सी जिंदगी जी रहे धर्मशाला के साथ लगते दुर्गम क्षेत्रों करेरी, बौंठू, नौरा व खड़ीबही सहित आसपास के अन्य गांवों के युवाओं का आखिरकार सब्र का बांध टूट गया। शुक्रवार को उक्त गांवों के आक्रोशित युवाओं ने क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा के मुद्दे को लेकर करेरी गांव से तहसील मुख्यालय धर्मशाला तक 19 किलोमीटर तक पैदल मार्च निकाला।

 

इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार, प्रशासन, पंचायत नुमाइंदों व स्थानीय विधायक के विरोध में नारेबाजी की। इस अवसर पर उन्होंने एक ज्ञापन जिलाधीश कांगड़ा को सौंप क्षेत्र की समस्याओं से अवगत करवाया तथा सरकार तक उनकी मांगों को पहुंचाने का आग्रह किया। आक्रोशित युवाओं ने आरोप लगाए हैं कि सरकार ने धड़ल्ले से क्षेत्र में विद्युत परियोजनाओं को मंजूरी देकर यहां के प्राकृतिक संसाधनों के दोहन की खुली छूट दे रखी है लेकिन क्षेत्र को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। क्षेत्र को जोडऩे वाली एक मात्र सड़क 35 साल में एक बार भी पक्की नहीं हुई है।

 

युवाओं ने चेतावनी दी है कि यदि क्षेत्र की समस्याओं का कोई हल नहीं निकला तो आने वाले पंचायत चुनावों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने के साथ इस आंदोलन को और उग्र रूप दे दिया जाएगा। जिलाधीश कांगड़ा ने युवाओं को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा तथा उनकी समस्याओं के हल की पहल की जाएगी।

 

परियोजनाओं से हो रहा नुक्सान
रैली में शामिल युवाओं ने बताया कि क्षेत्र से होकर बहने वाली गज्ज खड्ड व लूणी खड्ड के पानी से 2 विद्युत परियोजनाएं चल रही हैं। 3 अन्य विद्युत परियोजनाओं पर काम जोरों से चला हुआ है। इन परियोजनाओं से क्षेत्र में काफी नुक्सान हो रहा है। दियाड़ा गांव इन विद्युत परियोजनाओं की मार हर बरसात में झेल रहा हैं। मौजूदा समय में इस गांव के कई घर परियोजना से व्यर्थ छोड़े गए पानी के कारण दरक चुके हैं। अभी तक प्रशासन की ओर से प्रभावित लोगों को पूरी राहत नहीं मिल सकी है। गज्ज खड्ड से धर्मशाला तहसील व अन्य मैदानी इलाकों को पेयजल मुहैया करवाया जा रहा है लेकिन क्षेत्र में पेयजल के लिए लोगों को तरसना पड़ रहा है।

 

वोट मांगने आते हैं नेता
धरना-प्रदर्शन में शामिल युवाओं विनोद, राकेश, कुलदीप, हरिदेव, अजय व प्रवीण सहित अन्य युवाओं ने बताया कि नेता मात्र चुनावों के समय वोट मांगने के लिए ही 5 वर्ष में एक बार आते हैं। उन्होंने बताया कि अब क्षेत्र का युवा उठ खड़ा हुआ है। जब तक उनकी उक्त मांगें पूरी नहीं होती हैं, क्षेत्र में विधायक सहित किसी भी प्रशासनिक अधिकारी तक को घुसने नहीं दिया जाएगा।