भ्रष्टाचार पर 4 को होगी सदन में चर्चा

Tuesday, Dec 01, 2015 - 11:48 PM (IST)

तपोवन (धर्मशाला): पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि आखिरकार सरकार को उनकी सही बात माननी ही पड़ी है। गतिरोध खत्म होने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विपक्ष के नेता ने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार पर बहस की बात मान ली है और रैली स्थल को भी बहाल कर दिया है। उन्होंने कहा कि दरअसल सरकार चर्चा से भागना चाहती थी। विपक्ष की मुख्य मांग यही थी कि भ्रष्टाचार जैसे बड़े विषयों पर चर्चा हो। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष ने अपने कक्ष में बुलाकर इस मुद्दे पर सहमति बनाई है और विपक्ष की चर्चा की मांग को माना है। उन्होंने कहा कि अब विधायक रविंद्र रवि द्वारा दिए गए भ्रष्टाचार के मामले पर चर्चा होगी।

 

धूमल ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। सदन में विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों एवं जानकारियों के उत्तर में सूचना एकत्रित की जा रही है, की बात कही जाती है। लगातार 3-3 सत्रों से ऐसा हो रहा है। उधर, इससे पहले सदन में दोनों पक्षों में सहमति के बाद सदन में मामला शांत होने के बाद ऐसा लगा कि मानों अब सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से चलेगी लेकिन भाजपा के विधायक रविंद्र रवि विस अध्यक्ष से नियम 67 के तहत चर्चा की मांग करने लगे। इसी बीच रविंद्र रवि ने बेंगलूर से छपी कुछ खबरों का हवाला भी दिया और कहा कि सदन में चर्चा इसलिए जरूरी है क्योंकि भ्रष्टाचार के मामले पर खासकर मुख्यमंत्री से जुड़े विषयों पर चर्चा होनी चाहिए। भाजपा विधायक सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मामला महत्वपूर्ण है, ऐसे में चर्चा जरूरी है।

 

इसी बीच संसदीय कार्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने विपक्ष की तरफ से दिए गए नोटिस और नियम 67 के तहत चर्चा से नियमों का हवाला देते हुए इंंकार कर दिया। विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल ने भी विपक्ष की आवाज को दबाने जैसे कई आरोप लगाए। विस अध्यक्ष ने कहा कि नियम 67/8 के तहत ऐसी चर्चा की इजाजत नहीं दी जा सकती है। विस अध्यक्ष द्वारा चर्चा की अनुमति न दिए जाने के चलते सदन में विपक्ष की तरफ से नारेबाजी तेज हो गई। इसी बीच प्रश्नकाल आरंभ हुआ तो विपक्ष ने जोर-शोर से अपनी बात कहनी शुरू कर दी। सदन में बने गतिरोध के बीच विस अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। इसी बीच विस अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के साथ अपने कक्ष में कुछ देर के लिए मंत्रणा की, 10 मिनट के बाद जब सदन में पक्ष और विपक्ष लौटा तो विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष की चर्चा की मांग को स्वीकार कर लिया गया है।

 

गतिरोध को खत्म करने को बुलाई गई थी दोनों पक्षों की बैठक : बुटेल
विस अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने कहा कि विधानसभा में गतिरोध का खत्म होना अच्छा कदम है। पत्रकार वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि 5 दिन के इस सत्र में सकारात्मक चर्चाए हों, यह जरूरी है। हिमाचल में विधायक समझदार हैं और अच्छे विषयों को उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि सदन के भीतर गतिरोध को खत्म करने के लिए उन्होंने पक्ष और विपक्ष को बुलाया था, इसके बाद सहमति बनाई गई तथा अब नियम 67 के तहत नहीं बल्कि 130 नियम के अंतर्गत विपक्ष की मांग पर चर्चा करवाई जाएगी। विस अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा के धर्मशाला के इस भवन में 4 दिन के लिए अधिक खर्चा वहन करना पड़ता है, ऐसे में बड़ी-बड़ी कंपनियों एवं दूसरे राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रैंस के लिए भी इस भवन को दिया जा सकता है। इससे आय के साधन भी बढ़ेंगे।