अधिकारी व कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में उतरे जिप. सदस्य

punjabkesari.in Tuesday, Jun 28, 2022 - 05:06 PM (IST)

तीसा (सुभानदीन): विकास खंड तीसा में अपनी मांगों को लेकर जिला परिषद अधिकारी व कर्मचारी पेन डाउन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। वहीं अब इनके समर्थन में जिला परिषद सदस्य भी मैदान में उतर आए है। जिला परिषद वार्ड भजराड़ू से जयंती दुग्गल व कल्हेल वार्ड की सदस्य अंजू देवी ने भी हड़ताल का खुलकर समर्थन किया। इनके अलावा पंचायत प्रतिनिधि भी अब कर्मचारियों की इस हड़ताल का खुलकर समर्थन कर रहे है। जिला परिषद अधिकारी व कर्मचारी महासंघ तीसा की हड़ताल से पंचायतों में काम पूरी तरह से ठप्प हो गए हैं।  जिला परिषद कैडर के अधिकारी व कर्मचारियों अब अपनी सिर्फ एक मांग पर अड़े हुए है। उनकी प्रमुख मांग जिला परिषद से ग्रामीण विकास विभाग या पंचायती राज में विलय करना है।

महासंघ तीसा इकाई तीसा की हड़ताल में जिला परिषद सदस्यों ने उपस्थिति दर्ज करते हुए बताया कि वह महासंघ की मांगो का पूरा समर्थन करते है। महासंघ इकाई तीसा के मीडिया सचिव किशोरी लाल ने बताया कि जिला परिषद कैडर के अधीन कार्यरत कर्मचारी और अधिकारी पिछले 22 साल से अपना कार्य ईमानदारी के साथ कर रहे हैं, लेकिन जिला परिषद अधिकारी व कर्मचारी विभाग में विलय की उम्मीद लगाए हुए है। काफी समय बाद नियमित होने पर भी जिला परिषद कैडर के अधिकारी व कर्मचारी को अन्य विभागों की तरह कोई सुविधाएं नहीं दी जा रही है। वहीं इन्हे स्थायी सरकारी कर्मचारी की तर्ज पर कोई सुविधाएं और आर्थिक लाभ नहीं दिया जा रहा है। जिला परिषद कैडर कर्मचारी और अधिकारी पंचायती राज और ग्रामीण विकास विभाग के कार्य बखूबी कर रहे हैं।

इसके बावजूद भी सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। वहीं जिला परिषद सदस्या जयंती देवी व अंजू देवी ने बताया कि जिला परिषद अधिकारी व कर्मचारी कई वर्षो से विभिन्न पंचायतों में कार्य कर रहे हैं इन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है।  जिससे सरकार द्वारा दी गई विभिन्न योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया जा सके। इसके अलावा सरकार द्वारा विभागीय कर्मचारियों को समय-समय पर वित्तीय लाभ मिलते हैं लेकिन जिला परिषद कर्मचारी वंचित रह रहे है। कर्मचारियों की मांग का समर्थन करते हुए जिला परिषद सदस्यों ने  सरकार से मांग की है कि इन कर्मचारियों को विभाग में विलय किया जाए और सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वह भी हड़ताल में चले जाएंगे। वहीं विकास खंड चम्बा में भी जिला परिषद कर्मचारी अधिकारी संघ के सदस्य हड़ताल पर रहे।

 


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Content Writer

Kaku Chauhan

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