अलग-अगल बैरक में बंद हैं युग के हत्यारे, नींद के साथ भूख-प्यास भी गायब

Friday, Sep 07, 2018 - 09:15 PM (IST)

शिमला: बहुचर्चित युग हत्याकांड में फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद तीनों हत्यारों की नींद उड़ गई है, साथ ही उनकी भूख-प्यास भी गायब हो गई है। 4 वर्षीय मासूम को फिरौती के लिए मौत के घाट उतारने वाले हत्यारों को जेल विभाग ने अलग-अलग बैरक में रखा है और उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सजा पर फैसला आने के बाद हत्यारों की सांसें कांप गई हैं। तीनों हत्यारों की गिनती अब सजायाफ्ता कैदियों के तौर पर है। इन्हें अब अन्य कैदियों के साथ बात करने और बैरक में जाने की इजाजत नहीं है।

सजा-ए-मौत तक सैल में ही रहेंगे हत्यारे
सजा-ए-मौत होने तक इन्हें सैल में अकेले ही रहना होगा। विषम परिस्थितियों में ही कड़ी सुरक्षा के बीच इन्हें सैल से बाहर निकाला जा सकता है। हत्यारों की निगरानी रखने के लिए सैल के बाहर जेल सुरक्षा गार्ड पहरा दे रहे हैं। ये सुरक्षा गार्ड दिन-रात यहां पर तैनात रहेंगे। सेल के अंदर युग के हत्यारे बेचैनी से दिन व रात गुजार रहे हैं। कोर्ट द्वारा लिए गए सजा-ए-मौत के निर्णय को लेकर एक तरफ युग का परिवार खुश है तो दूसरी तरफ दोषी करार दिए जा चुके हत्यारों का परिवार मानसिक रूप से परेशान है।

हर जगह चर्चाओं का माहौल
इस बहुचर्चित मामले को लेकर हर गली में लोगों के बीच चर्चाओं का माहौल है। युग के पड़ोसी सहित अन्य लोगों का तो यह भी कहना है कि हत्यारों को रिज मैदान पर फांसी की सजा हो ताकि भविष्य में इस तरह के मामले सामने न आएं।

Vijay