मसौर में आमरण अनशन कर रहे थे युवा, पुलिस ने रात को किया उठाने का प्रयास

Monday, Oct 26, 2020 - 11:51 AM (IST)

बिलासपुर (बंशीधर) : कुठेड़ा में नई पंचायत के गठन को लेकर अमारण अनशन पर बैठे युवाओं को गत मध्य रात्रि पुलिस द्वारा जबरदस्ती उठाने का प्रयास किया गया। जिससे क्षेत्र के लोगों में पुलिस प्रशासन के विरूद्ध गहरा रोष व्याप्त हो गया है। जानकारी के अनुसार गत रात करीब अढ़ाई बजे घुमारवीं थाना के प्रभारी अपने दलबल व एम्बुलैंस लेकर मसौर पहुंचे तथा वहां पर सो रहे युवाओं को जबरदस्ती उठाने की कोशिश की। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें पुलिस वहां सो रहे युवाओं को घसीटती हुई साफ दिख रही है। इस पर वहां काफी हंगामा हो गया। युवाओं द्वारा इस का विरोध किया गया तथा उन्होंने पुलिस प्रशासन के विरूद्ध जमकर नारेबाजी भी की। अनशन पर बैठे युवा मंडल मसौर के पूर्व प्रधान आशीष मेहता ने कहा कि पुलिस बर्बरता पूर्वक उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया। वहीं पुलिस का तर्क है कि अनशन कर रहे दो युवाओं का शूगर लेवल काफी लो हो गया है जिसका इलाज करवाने के लिए वे उन्हें घुमारवीं अस्पताल ले जाने के लिए आए हैं। 

इस पर आशीष मेहता ने कहा कि यदि टेस्ट करना है तो यहीं पर ही करो। उन्होंने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग को लेकर अमारण अनशन कर रहे हैं। उन्होंने थाना घुमारवीं के प्रभारी से कहा कि यदि वे नई पंचायत के गठन को लेकर लिखित में आश्वासन देते हैं तो वे उनके साथ चलने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासनिक स्त्तर पर उन्हें लिखित में इस बारे में आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। वहीं जिला कांग्रेस ने इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन की कड़े शब्दों में निंदा की है। जिला कांग्रेस महासचिव संदीप सांख्यान ने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई बहुत ही निंदनीय है। रात को सोते हुए अनशनकारियों को उठाने की कोई वजह नहीं थी। पुलिस ने राजनैतिक दबाव में यह कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले को लेकर चुप्प नहीं बैठेगी। एसपी बिलासपुर दिवाकर शर्मा ने कहा कि उन्हें स्वास्थ्य विभाग से सूचना मिली थी कि उनका शूगर लेवल कम है जिस कारण पुलिस एम्बुलैंस लेकर उन्हें उपचार के लिए अस्पताल लाने के लिए गई थी। उन्होंने कहा कि उनकी जान को ध्यान में रखते हुए पुलिस उन्हें लाने गई थी। पुलिस उन्हें वहां से हटाने के लिए नहीं गई थी।
 

prashant sharma