निजी स्कूलों की मनमर्जी पर युकां अध्यक्ष चिंतित, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

Wednesday, Mar 01, 2017 - 05:39 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने निजी स्कूलों की मनमर्जी पर शिकंजा कसने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को पत्र लिखा है। इसके माध्यम से उन्होंने आग्रह किया है कि ऐसे स्कूलों के खिलाफ  निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग को कड़ी नजर रखने के लिए कहा जाए। युवा कांग्रेस ने राज्य में निजी स्कूलों की कथित बढ़ती मनमर्जी पर चिंता व्यक्त करते हुए इन्हें नियमों के अनुसार फीस वसूलने और अपने स्कूलों में राज्य सरकार के नियमों के अनुसार दाखिला देने को कहा है।

नित नए आदेश जारी कर डाल रहे आर्थिक बोझ
युवा कांग्रेस के अनुसार प्राय: यह देखा जा रहा है कि कुछ निजी स्कूल मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं और नित नए आदेश जारी कर बच्चों के अभिभावकों पर अनावश्यक आर्थिकबोझ डाल कर उन्हें परेशान करते हंै। विक्रमादित्य सिंह ने यहां जारी बयान में कहा है कि समय-समय पर इस प्रकार की शिकायतें अभिभावकों द्वारा प्रदेश युवा कांग्रेस के ध्यान में लाई गई हैं, ऐसे में प्रदेश युवा कांग्रेस द्वारा इस पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार से मांग की गई है। 

सरकार करे कड़ी कार्रवाई
विक्रमादित्य सिंह ने अभिभावकों की चिंता पर अपनी सहमति जताते हुए इस पूरे मसले को प्रदेश सरकार के सम्मुख रखने की बात करते हुए राज्य सरकार से इस पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने शिक्षा के अधिकार के व्यापारीकरण की निंदा की है। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों को शिक्षा का सामाजिक उत्तरदायित्व की तरह पूरे कत्र्तव्यनिष्ठा से निर्वहन करना चाहिए।

चुनिंदा दुकानों से वर्दी खरीदने के आदेश
विक्रमादित्य सिंह ने निजी स्कूलों की कथित मनमानी के फरमान, जिसमें स्कूलों द्वारा चुङ्क्षनदा दुकानों से ही वर्दी खरीदने के आदेश, हर वर्ष मनमानी फीस वृद्धि और स्कूलों में होने वाले आयोजनों के नाम पर छात्रों से धन उगाही पर चिंता व्यक्त करते हुए इस पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए।