वर्ल्ड हैरिटेज-डे पर अधिकारियों को दिलाई धरोहर के संरक्षण की शपथ, दौड़ा 115 साल पुराना स्टीम इंजन

Thursday, Apr 19, 2018 - 10:16 AM (IST)

शिमला (राक्टा): वर्ल्ड हैरिटेज-डे के अवसर पर रेलवे के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को शिमला रेलवे स्टेशन में धरोहर के संरक्षण की शपथ दिलाई गई। इस दौरान रेलवे को साफ-सुथरा रखने का प्रण भी लिया गया। इस मौके पर 115 साल पुराने स्टीम इंजन को भी पटरी पर दौड़ाया गया। रेलवे शिमला के ए.डी.ई.एन. डी.के. बजाज ने बताया कि शिमला-कालका रेलवे हैरिटेज लाइन को साफ-सुथरा रखने में विभाग कटिबद्ध है और सफाई अभियान इसी तरह आगे भी जारी रहेगा। 


उल्लेखनीय है कि शिमला-कालका रेलवे हैरिटेज लाइन का ट्रैक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। रोजाना हजारों पर्यटक प्रकृति के सुंदर नजारों का लुत्फ लेने के लिए इस टै्रक पर रेल में सफर करते हैं। मनमोहक घाटियों से गुजरने वाला कालका-शिमला हैरिटेज ट्रैक विदेशी टूरिस्ट को खासा आकर्षित करता है। इस ट्रैक पर 7 रेल गाड़ियां प्रतिदिन चलती हैं। देखा जाए तो कालका-शिमला रेलमार्ग को ऐतिहासिक धरोहर में शामिल हुए 10 साल हो चुके हैं। वर्ष 2018 के लिए वर्ल्ड हैरिटेज साइट्स की थी हैरिटेज ऑर जैनरेशन रखी गई।


1903 में शुरू हुआ था यह रेलवे ट्रैक 
9 नंवबर 1903 में इस रेल मार्ग की शुरुआत हुई थी। कालका-शिमला रेलवे ट्रैक का निर्माण कार्य 1898 में शुरू हुआ था। उस दौरान इसके निर्माण के लिए 86 लाख 78 हजार 500 रुपए का बजट रखा गया था, लेकिन निर्माण पूरा होते वक्त यह बजट बढ़कर दोगुना हो गया। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी ब्रिटिश चीफ इंजीनियर एचएस हेरलींगटन को दी गई थी। 9 नवंबर 1903 को वायसराय लार्ड कर्जन ने इसकी शुरुआत की थी। शिमला-कालका के 96 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक पर छोटे-बड़े करीब 18 रेलवे स्टॉपेज और स्टेशन हैं।  
 

Ekta