विश्व विख्यात शक्तिपीठ ज्वालामुखी में हादसे का खतरा

Sunday, Aug 13, 2017 - 05:22 PM (IST)

ज्वालामुखी: विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर जिसकी सालाना आय 20 करोड़ के ऊपर है और यहां पर आस्था की लौ जलाकर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए मंदिर न्यास ज्वालामुखी को कोई चिंता नहीं है, जबकि हर साल बारिश के दिनों में इस मार्ग पर पहाड़ी दरकती है, जिससे न केवल यात्रियों बल्कि यहां दुकानें कर रहे दर्जनों दुकानदारों को जान-माल का गंभीर खतरा बना हुआ है। 


जान हथेली पर लेकर यहां दुकानें करने को मजबूर
ज्वालामुखी मंदिर मार्ग का यह 100 मीटर का भाग सुरक्षा की दृष्टि से तिसंवेदनशील है। यहां पर कभी भी कोई घटना हो सकती है। बावजूद इसके दुकानदार रोजी-रोटी की चाह में जान हथेली पर लेकर यहां पर दुकानें करने को मजबूर हैं। कई सरकारें आईं और चली गईं, परंतु मंदिर मार्ग की सुरक्षा को लेकर किसी ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई है। नतीजतन यह पहाड़ी दिन-प्रतिदिन और भी दरकती जा रही है। पहाड़ी का मलबा, पेड़ व पत्थर नीचे गिरते जा रहे हैं और डंगे टूटते जा रहे हैं, परंतु कोई सुध नहीं ले रहा है। 


पहले भी 2 लोगों की हो चुकी है मलबे में दबने से मौत 
इस मार्ग पर 2 व्यक्तियों की मलबे के नीचे दबने से मौत भी हो चुकी है, जबकि लाखों की संपत्ति दुकानदारों की बर्बाद हो चुकी है, परंतु किसी ने सबक न लेते हुए फिर से पुरानी बातों को भुला कर नए सिरे से कामकाज शुरू कर दिया और खतरा बरकरार रहा है। साल में 3 नवरात्रों के अलावा गर्मियों के सीजन में लाखों की संख्या में यात्री इसी मार्ग से मंदिर तक पहुंचते हैं। इस संदर्भ में एस.डी.एम. राकेश शर्मा ने कहा कि जब नवरात्रों के दौरान भू-स्खलन हुआ था तो वे गए थे और आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। यात्रियों को पहाड़ी की ओर न चलने के बोर्ड लगाए गए हैं। यात्रियों को रोकने के लिए सुरक्षा कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। पहाड़ी की ओर पक्की लोहे की जाली भी लगाई गई है। जिला प्रशासन व सरकार को लिखकर भेजा जा रहा है कि यहां पर कोई राहतकारी टीम भेज कर सर्वे करवाया जाए और डंगे आदि लगाने का काम किया जाए।