विश्व प्रसिद्ध 'मणिमहेश' यात्रा के लिए इस बार होंगे कुछ खास इंतजाम, पढ़ें पूरी खबर

Saturday, May 20, 2017 - 11:45 AM (IST)

भरमौर: देवभूमि हिमाचल में वैसे तो वर्ष भर मेले, त्यौहार व यात्राएं होती रहती हैं मगर चंबा जिला के भरमौर में विश्व प्रसिद्ध 'मणिमहेश' यात्रा का विशेष महत्व है। हर साल जन्माष्टमी से शुरू होने वाली 15 दिनों तक चलने वाली यात्रा का राधाष्टमी के दिन पवित्र डलझील में स्नान के बाद समापन होता है। बताया जाता है कि मणिमहेश यात्रा के लिए इस बार प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध शुरू कर दिए हैं। भरमौर के मिनी सचिवालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए ए.डी.एम. भरमौर विनय धीमान ने कहा कि इस साल यात्रा को अधिक सुविधाजनक एवं सुगम बनाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। इस बार यात्रा 15 अगस्त कृष्ण जन्माष्टमी से लेकर 29 अगस्त राधाष्टमी तक चलेगी।


यात्रा से संबंधित 30 मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की
बैठक में यात्रा से संबंधित 30 मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि यात्रा कुल 12 सैक्टरों में विभाजित रहेगी लेकिन शिव घराट, कलाह, होली हैलीपैड तथा कुगती परिक्रमा मार्ग पर भी सैक्टर अधिकारी तैनात रहेंगे ताकि यात्रियों को सुविधाएं प्रदान की जा सकें। उन्होंने कहा कि होली हैलीपैड से गौरीकुंड के लिए उड़ाने करवाने के लिए अलग से हैली टैक्सी की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी डलझील पर एक सप्ताह से अधिक नहीं रहेगी तथा इस बार 200 से अधिक पुलिस कर्मियों को ठहरने की अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी। बैठक में नैशनल हाईवे व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को ब्लैक स्पॉट्स सुधारने के निर्देश जारी किए गए।


कार्तिकेय मंदिर कुगती को यात्रा ट्रस्ट में शामिल करने पर चर्चा
डलझील में धार्मिक संस्कारों के लिए अलग से स्थान चिन्हित किए जाएंगे ताकि झील की स्वच्छता बनी रहे। यात्रा में सभी पंजीकृत दुकानों को टोकन जारी किए जाएंगे। बैठक में कार्तिकेय मंदिर कुगती को यात्रा ट्रस्ट में शामिल करने पर चर्चा की गई। जम्मू के भद्रवाह क्षेत्र से आने वाले यात्रियों का भी पंजीकरण किया जाएगा। हथियार बंद लोगों पर कड़ी नजर रहेगी। बैठक में मणिमहेश यात्रा ट्रस्ट के सरकारी व गैर-सरकारी सदस्यों सहित सभी विभागों के अधिकारी व पंचायती राज संस्थाओं के जन प्रतिनिधि मौजूद रहे।