विश्व प्रसिद्ध बीड़-बिलिंग बनी हादसों की घाटी, यहां Free Flying हो रही भगवान भरोसे

Friday, Jun 21, 2019 - 01:16 PM (IST)

धर्मशाला (सौरभ): पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध बीड़-बिलिंग घाटी में फ्री फ्लाइंग भगवान भरोसे हो रही है। फ्री फ्लाइंग के दौरान बढ़ रहे हादसों ने प्रशासन को भी सांसत में डाल दिया है। बीते दिनों छोटा भंगाल के धरमाण की ऊंची पहाड़ियों पर लापता हुए कोरियाई पायलट का छठे दिन भी कोई सुराग नहीं मिला है। इस हादसे से इतना तो साफ है कि बिलिंग से फ्री फ्लाइंग के लिए प्रशासन के बनाए नियमों की या तो विदेशी पायलटों को कोई जानकारी नहीं है या फिर वे इन नियमों को मानते ही नहीं हैं। 

सूत्र बताते हैं कि प्रशासन ने 25 मई से बीते 18 जून तक फ्री फ्लाइंग के लिए पंजीकरण का काम बंद रखा था क्योंकि इस अवधि में लोक निर्माण विभाग ने पुलियों आदि के काम के चलते बीड़ से बिलिंग तक सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद की हुई थी। इसके बावजूद कोरियाई पायलट किस रास्ते से बिलिंग पहुंचा और उसने सोलो उड़ान कब भरी, इसका किसी को भी पता नहीं है। यहां तक कि बिलिंग से टैंडम उड़ान भरने वाले पायलटों ने भी किसी को टेक आफ प्वाइंट से उड़ान भरते नहीं देखा है। ऐसे में लापता पायलट का पता लगाना प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गया है। एस.डी.एम. बैजनाथ व साडा के चेयरमैन रामेश्वर दास ने बताया कि लापता पायलट की खोज में कई टीमें लगी हुई हैं लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है।

बीड़-बिलिंग में बीते वर्षों के दौरान पैराग्लाइडिंग करते कई पायलट हादसों का शिकार हो चुके हैं। 2018 में सिंगापुर के पायलट कोक चांग की उतराला की ऊपरी पहाडिय़ों में पैराग्लाइडर क्रैश होने से मौत हो गई थी। 2015 में फ्री फ्लाइंग के दौरान यू.के. की पायलट रूथ गिरकर घायल हो गई थी। 2009 में रूस के पायलट उडेन ने बिलिंग से उड़ान भरी थी जिसका शव एक साल बाद धौलाधार की ऊपरी पहाड़ियों में मिला था। इसी साल रूस के ही फ्री फ्लायर डेनिस व फायल उड़ान भरने के बाद धौलाधार की पहाडिय़ों में फंसकर जख्मी हो गए थे। एक आस्ट्रेलियाई नागरिक की जोगिंद्रनगर में क्रैश लैंडिंग के दौरान मौत हो गई थी।डी.सी. से

मसला उठाएगी बी.पी.ए.

बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा कहते हैं कि जल्द ही एसोसिएशन डी.सी. कांगड़ा से मिलकर बिलिंग में फ्री फ्लाइंग के दौरान हो रहे हादसों का मसला उठाकर विदेशी पायलटों के पंजीकरण के लिए कारगर व्यवस्था करने का आग्रह करेगी। बी.पी.ए. अध्यक्ष के अनुसार बीड़-बिलिंग में साडा का महज एक कर्मचारी तैनात होने से पंजीकरण व्यवस्था पूरी तरह कारगर सिद्ध नहीं हो रही है।
 

Ekta