नशीली दवाइयों के अवैध निर्माण व व्यापार पर कसेगा शिकंजा, पुलिस ने सोलन में बनाई रणनीति

Thursday, Jul 22, 2021 - 11:01 PM (IST)

सोलन/नालागढ़ (ब्यूरो/आदित्य): एसपी कार्यालय बद्दी में डॉ. अतुल फुलझेले पुलिस महानिरीक्षक राज्य गुप्तचर अपराध विभाग की अध्यक्षता में फार्मा उद्योगों में बन रही नशीली दवाओं के अवैध निर्माण, व्यापार तथा उसके दुरुपयोग को रोकने के समाधान के बारे में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ संजय कुंडू पुलिस महानिदेशक द्वारा वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग के माध्यम से किया गया।

कार्यशाला में बद्दी, कालाअंब, पांवटा साहिब, सोलन, परवाणु, ऊना व कांगड़ा में स्थित फार्मा उद्योगों में बन रही नशीली दवाइयों के अवैध निर्माण, व्यापार व दुरुपयोग तथा उसके समाधान के बारे में दिशा-निर्देश दिए। फार्मा ओपिआइड्स की समस्या व समाधान के मुद्दे पर जी. शिवा कुमार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज्य गुप्तचर विभाग नारकोटिक्स और नवनीत मरवाहा राज्य दवा नियंत्रक बद्दी ने कार्यशाला में जानकारी दी। फार्मा ओपिआइड्स के अवैध व्यापार के नए तरीकों के बारे में ज्ञानेंद्र सिंह जोनल निदेशक एनसीबी चंडीगढ़ व जी. शिवा कुमार ने जानकारी दी।

अंतर्राष्ट्रीय व अंतर्राज्यीय स्तर पर फार्मा ओपिआइड्स के असर बारे डॉ. अतुल फुलझेले ने जानकारी दी। फार्मा ओपिआइड्स के अवैध व्यापार के लिए व्यापारियों द्वारा अपनाए जाने वाली नई तकनीकों और एलईए द्वारा इन समस्याओं का सामना करते हुए आने वाली दिक्कतों के बारे में ज्ञानेश्वर सिंह उपमहानिदेशक उत्तरी खंड एनसीबी न्यू दिल्ली और केपीएस मल्होत्रा उपनिदेशक (ओपीएस) एनसीबी न्यू दिल्ली ने दवा नियंत्रक विभाग व पुलिस विभाग से आए अधिकारियों व कर्मचारियों को जानकारी दी। औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम को प्रभावी तरीके से लागू करने में पुलिस विभाग की भूमिका के बारे में राज्य दवा नियंत्रक ने जानकारी दी।

कार्यशाला में निर्णय लिया गया कि पुलिस व राज्य दवा नियंत्रक विभाग फार्मा ओपिआइड्स से संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया को तैयार करेंगे तथा समन्वय स्थापित करते हुए मानक संचालन प्रक्रिया के मुताबिक कार्रवाई अमल में लाएंगे। इसके अतिरिक्त नशीली दवाइयों के अवैध कारोबारियों की पहचान करके उनकी निगरानी करने के उपरांत मादक पदार्थ अधिनियम व औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के अधीन कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति कुर्क करने बारे विचार-विमर्श किया गया।

युवा पीढ़ी में नशे के बढ़ रहे प्रचलन खासकर चिट्टा, हैरोइन व सिंथैटिक ड्रग्स के उपयोग को रोकने तथा इन दवाइयों के दुरुपयोग से युवा पीढ़ी को उनके स्वास्थ्य पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने बारे भी चर्चा की गई। सरकार द्वारा चलाई गई ड्रग फ्री एंप के बारे में लोगों को जागरूक करने बारे विचार-विमर्श किया गया। कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक बद्दी रोहित मालपानी सहित पुलिस व दवा नियंत्रण प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया।

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Vijay