कितनी सीटें किसकों आंकलन करने में जुटे कार्यकर्ता
Sunday, Apr 04, 2021 - 11:01 AM (IST)
धर्मशाला (जिनेश): नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा, कांग्रेस सहित आम आदमी पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झौंक दी है। कांग्रेस व भाजपा के दिग्गजों के नुक्कड़ बैठकें करने व कैबिनेट रैंक के मंत्रियों व सांसद की ओर से मोर्चा संभालने के बाद नगर निगम का संग्राम और भी तेज हो गया है। वहीं इन चुनावों को लेकर लोगों का समर्थन पार्टी समर्थित उम्मीदवार को ही देने को लेकर अलग-अलग स्थानों पर भाजपा व कांग्रेस के नेताओं लोगों के साथ बैठकें कर रहे है। चुनाव के लिए 4 दिन शेष रहने के चलते अब कांग्रेस-भाजपा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपनी सीटों को आंकलन करना भी शुरू कर दिया है। कार्यकर्ता अब साफ कर चुकें है कौन से वार्ड से किस पार्टी की स्थिति मजबूत मानी जा रही है तथा कौन-कौन प्रत्याशी किस प्रत्याशी को टक्कर दे सकता है इस बात को लेकर पार्टी को ओर मजबूत करने की रणनीति बनाई जा रही है। साथ ही दोनों ही पार्टियों के कौन से प्रत्याशियों की मजबूत स्थिति है उसकों लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
नगर निगम फतेह करके पार्टियों की विधानसभा चुनावों को दिया जा रहा है लक्ष्य
शहर में इन दिनों राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। लोगों से लेकर नेताओं में नगर निगम चुनाव की चर्चा है। इस समय दोनों ही पार्टियों की नजरें मजबूत मानें जा रहे प्रत्याशियों पर टिकी हुई है। वहीं खास बात यह है कि शहर में होने जा रहे नगर निगम के चुनाव आगामी विधानसभा चुनाव की राह भी आसान करेंगे। इन चुनाव में जिस भी पार्टी का बहुमत होगा, उसी पार्टी की हवा विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकती है।
दोनों ही पार्टियों को भीतरघात का खतरा
कांग्रेस ने 14 जीते हुए पार्षदों में से 10 को नकार कर सिर्फ 4 को ही अपनी टिकट दी है। वहीं भाजपा के जीते हुए 3 में से एक उम्मीदवार की टिकट भाजपा ने काटी है। कई उम्मीदवारों ने टिकट के लिए आवेदन किया था। ऐसे में दोनों ही पार्टियों को निगम चुनावों में भीतरघात होने का ज्यादा खतरा माना जा रहा है। धर्मशाला नगर निगम में कुछ सीटेें ऐसी भी हैं जहां पर कांग्रेस को कांग्रेस के ही भीतरघात का डर सता रहा है तो कहीं पर भाजपा को भाजपा से डर है। हालांकि भाजपा ने अपने बागियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।