5800 मीटर ऊंचाई पर जैव विविधता का अध्ययन करेंगी महिला वैज्ञानिक

punjabkesari.in Saturday, Aug 06, 2022 - 04:26 PM (IST)

मनाली (ब्यूरो): वन मंत्रालय के तहत काम करने वाले जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने अपनी स्थापना के 107 वर्ष पूरे होने पर पहली महिला निदेशक डॉ. धृति बनर्जी की अगुवाई में महिला वैज्ञानिकों के लिए जिला लाहौल-स्पीति में पहला महिला वैज्ञानिक जैव अभियान आरम्भ किया है। यह अभियान 15 दिनों तक चलेगा। निदेशक डॉ. बनर्जी ने अटल सुरंग से अभियान में शामिल महिला वैज्ञानिकों के सर्वेक्षण दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

डॉ. बनर्जी ने बताया कि इस अभियान के दौरान महिला वैज्ञानिक 2800 से 5800 मीटर की ऊंचाई पर जाकर लुप्तप्राय: हिमालयन जैव विविधता का अध्ययन करेंगी। महिला वैज्ञानिकों का दल उदयपुर की मियार घाटी व सिस्सु की घेपन घाटी, बारालाचा और शिंकुला दर्रा, सूरजताल झील के अलावा सरचू, छोटा दर्रा और बताल के ट्रांस हिमालयन ट्रैक पर जाकर लुप्तप्राय वनस्पति का पता लगाने के साथ ही घाटी की जैव विविधता पर ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण के असर का भी गहन अध्ययन करेगा। डॉ बनर्जी ने बताया कि अत्यधिक ऊंचाई वाले इन इलाकों में जाने से पुरुष भी बचते हैं। इस अभियान में निदेशक डॉ. धृति बनर्जी के अलावा कोलकाता से डॉ. देबाश्री दाम, सोलन से डॉ. अवतार कौर सिद्धू, जोधपुर से डॉ. इंदु शर्मा, हैदराबाद से डॉ. जीपा जयवल, ईटानगर से डॉ. शांता बाला गुरुमायन और डॉ. अपर्णा कलावती शामिल हैं।

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Content Writer

Vijay

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