इंदौरा में महिलाओं ने पनचक्की को बनाया स्वरोजगार का माध्यम

Wednesday, Oct 28, 2020 - 04:54 PM (IST)

महिला आर्थिक सुदृढ़ता की स्वरोजगार से अलख जगा रहे अशोक पठानिया
इंदौरा (अजीज):
वर्तमान समय में महिला स्वाबलम्बन के लिए सरकार की अनेकों योजनाएं चल रही हैं। लेकिन वे योजनाएं जमीनी धरातल पर अपने पूरे प्रारूप के साथ नहीं पहुंच पा रही हैं लेकिन इंदौरा के एक छोटे से गांव मलाहड़ी के अशोक पठानिया पूरे प्रदेश में महिला आर्थिक सुदृढ़ता की उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर अलख जगा रहे हैं। प्रथम चरण में फतेहपुर, ज्वाली व नूरपुर की महिलाओं को स्वाबलम्बन से जोड़ रहे हैं।

इस अभियान में अब तक उक्त क्षेत्रों की 51 पंचायतों की 1000 महिलाओं को जोड़ चुके हैं और 150 महिलाओं को रोजगार मुहैया करवा चुके हैं। वहीं दूसरी ओर गृहिणी स्वयं स्वरोजगार संघ से जुड़ी महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने हेतु अशोक पठानिया ने न केवल अपनी 17 लाख रुपए की पुश्तैनी जमीन बेचकर महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर रहे हैं बल्कि अब क्षेत्र में पनचक्कियों के जीर्णोद्धार और उन्हें स्वरोजगार का माध्यम भी संघ की महिलाएं बना रही हैं।

महिलाएं दे रहीं आटे की होम डिलीवरी

इंदौरा की महिलाएं गृहिणी स्वयं स्वरोजगार संघ से जुड़कर घर-घर जाकर सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर गेहूं व मक्की की खरीद कर रही हैं और पनचक्की से पिसा हुए आटे की होम डिलीवरी कर रही हैं। संघ के सीईओ अशोक पठानिया ने बताया कि इंदौरा के आसपास 20 किलोमीटर तक के किसी भी उपभोक्ता से डिलिवरी शुल्क नहीं लिया जा रहा और जहां ऑनलाइन साइट्स पर पनचक्की का आटा 150 से 250 रुपए प्रतिकिलो बेचा जा रहा है। वहीं गृहिणी स्वयं स्वरोजगार संघ की महिलाएं इसे 50 रुपए प्रतिकिलो की दर से होम डिलिवरी दे रही हैं। वन, खेल एवं युवा सेवाएं मंत्री राकेश पठानिया व स्थानीय विधायक रीता धीमान, जिला परिषद मुरीद हुसैन ने गृहिणी स्वयं स्वरोजगार संघ के आटा उत्पाद को खरीदने की पहल की है।

Vijay