महिला रक्षा कल्याण संघ ने बॉर्डर पर जाकर फौजी भाइयों को बांधी राखी, जवानों की आंखों से छलके खुशी के आंसू

Wednesday, Aug 29, 2018 - 03:54 PM (IST)

मंडी (नीरज): हिमाचल महिला रक्षा कल्याण संघ की मंडी इकाई हर बार देश की सरहदों पर तैनात फौजी भाइयों के लिए 3 रंगों के धागे से बनी राखियां अपने हाथों से बना कर भेजती रहीं हैं लेकिन इस बार महिला रक्षा कल्याण संघ मंडी की 6 महिलाओं ने खुद सरहदों पर जा कर फौजी भाइयों को राखी बांधने का फैसला लिया। इसी के चलते ये महिलाएं 25 अगस्त को मंडी से राजौरी के लिए निकलीं और वहां पर कल्सिया बॉर्डर और रूमलीधार में देश की रक्षा में दिन-रात जुटे फौजी भाइयों को राखी बांधी। 28 अगस्त को महिला रक्षा कल्याण संघ की महिलाएं वापस मंडी पहुंचीं जहां पर उनका स्वागत किया गया।

कल्सिया बॉर्डर पर गोरखा रैजीमैंट के जवानों को बांधी राखी
इस मौके पर बॉर्डर पर राखी पहनाने गईं हिमाचल महिला रक्षा कल्याण संघ की जिला प्रधान आशा ठाकुर ने अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि जब वे राजौरी पहुंचे तो भारतीय सेना द्वारा उनका स्वागत किया गया और उनके ठहरने की व्यवस्था की। उन्होंने बताया कि 26 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन पूरी सुरक्षा के साथ उन्हें कल्सिया बॉर्डर पर ले जाया गया, जहां उन्होंने गोरखा रैजीमैंट के फौजी भाइयों की कलाई पर राखी बांधी, साथ ही भारतीय सेना के जवानों के साथ हिमाचल से ले जाए गए देवदार को पौधे भी लगाए।

रूमलीधार में पंजाब 19 के जवानों को बांधी राखी
उन्होंने बताया कि उसके बाद उन्होंने रूमलीधार में भी पंजाब 19 के जवानों को राखी बांधी और उन्हें यही संदेश देने का प्रयास किया कि पूरा देश भारतीय सेना के साथ है। आशा ठाकुर ने बताया कि जब उनके साथ गईं महिलाएं फौजी भाइयों को राखी बांध रहीं थी तो जवानों की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए।

दोबारा मौका तो जरूर जाएंगी राखी बांधने
आशा ठाकुर ने बताया कि भारतीय सेना के जवानों ने कहा कि यह पहला मौका है जब सरहदों पर उन्हें किसी ने राखी बांधी हो। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका था जब वे सरहदों पर फौजी भाइयों को राखी पहनाने गईं और अगर उन्हें दोबारा मौका मिलेगा तो वे इस कार्य में अवश्य अपनी सहभागिता निभाएंगी।

Vijay