हिमाचल के ‘इस’ धार्मिक शक्तिपीठ में महिलाओं ने जलाया शराब का ठेका

Wednesday, May 31, 2017 - 09:18 PM (IST)

नयनादेवी: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नयनादेवी में लगातार 3 दिनों से शराब के ठेके का विरोध कर रही महिलाओं ने आखिरकार ठेके को जला दिया। इस ठेके को जलाने में श्रद्धालुओं ने भी महिलाओं का साथ दिया। हालांकि अग्रिशमन विभाग ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर ठेके को राख होने से बच लिया। बता दें कि पिछले 3 दिनों से लगातार महिलाएं श्री नयनादेवी रोप-वे के समीप शराब का ठेका खोलने को लेकर विरोध कर रही थीं। जब तीसरे दिन भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो गुस्साई महिलाओं ने ठेके को आग के हवाले कर दिया। बता दें कि ठेकेदार ने रोप-वे की पार्किंग में ही ठेका खोल दिया था जबकि उसको वहां पर स्टोर खोलने की अनुमति मिली थी। वहां पर शराब की खुली बिक्री होने का रोप-वे प्रबंधन ने भी विरोध किया।



...तो नुक्सान का प्रशासन होगा जिम्मेदार
घटना की सूचना मिलते ही डी.एस.पी. नयनादेवी बलदेव दत्त भी मौके पर पहुंचे तथा महिलाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन महिलाएं टस से मस नहीं हुईं। महिला मंडल की प्रधान चंचला देवी व घवांडल पंचायत की प्रधान मीना ठाकुर के नेतृत्व में महिलाओं ने जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की तथा कहा कि ठेका यहां बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर आने वाले समय में और नुक्सान होता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। 

श्रद्धालुओं ने भी किया विरोध
इस शराब के ठेके का पंजाब, हिमाचल व हरियाणा से मां के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालु भी विरोध कर रहे हैं। यू.पी. से आई श्रद्धालु कमल शर्मा, सुधीर पांडे व मोनिका ने कहा कि धार्मिक स्थल पर यह शराब का ठेका बंद होना चाहिए और यह प्रशासन और पुलिस का कत्र्तव्य बनता है कि श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस न पहुंचे तथा ठेके को कम से कम मंदिर से 10 किलोमीटर दूर खोलना चाहिए। वहीं डी.एस.पी. नयनादेवी बलदेव दत्त ने कहा कि जांच से पता चला है कि ठेकेदार को यहां पर केवल शराब का स्टोर खोलने की अनुमति दी गई थी। उसे शराब का ठेका हटाने के आदेश दे दिए गए हैं।