IPH मंत्री के गांव में इस हालत में मिली विवाहिता, भाइयों ने ससुराल पक्ष पर जड़ा ये आरोप

Saturday, Jan 20, 2018 - 08:59 PM (IST)

सरकाघाट: हिमाचल के आई.पी.एच. मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के गांव चंजयार में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला सामने आया है। इसे लेकर मृतका के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताडऩा की आड़ में हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं ससुराल पक्ष ने इसे आत्महत्या बताया है। पुलिस ने शव को सरकाघाट अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी अनुसार धवाली पंचायत के चंजयार गांव में अनु देवी (33) पत्नी शशि कुमार की शनिवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उक्त महिला फंदा लगाकर जान दी है। 

पति ने पुलिस में शिकायत करने से किया इंकार 
मृतका के भाइयों संतोष कुमार व सुरेश कुमार ने आरोप लगाया बहन की मौत की सूचना उन्हें शनिवार सुबह उनके जीजा ने खुद उनके गोरत स्थित घर में आकर दी। जब उन्होंने उसे पुलिस को सूचित करने को कहा तो उसने मना कर दिया और कहा कि पुलिस में शिकायत नहीं करनी है। फिर दोनों भाइयों ने पुलिस को सूचित किया। इस दौरान गांव के अन्य लोग भी वहां एकत्रित हो गए और मृतका के ससुराल रवाना हो गए जहां महिला के शव को फर्श पर रखा हुआ था। उन्होंने कहा कि वहां पहुंचने पर जीजा ने कहा कि आपकी बहन ने फंदा लगाकर जान दे दी है। 

16 वर्षों से दहेज के लिए प्रताडि़त कर रहा था ससुराल
मृतका के भाइयों ने डी.एस.पी. के माध्यम से एस.पी. मंडी को भेजे ज्ञापन में कहा है कि ससुराल पक्ष द्वारा उनकी बहन को पिछले 16 वर्षों से दहेज को लेकर प्रताडि़त किया जा रहा था और इसे लेकर ही ससुराल द्वारा उसका गला घोंटकर हत्या की गई है। उधर, मृतका के पति धवाली पंचायत के उपप्रधान शशि कुमार ने कहा कि उनका परिवार निर्दोष है। उसकी पत्नी की कुछ दिनों से मानसिक दशा ठीक नहीं थी, इसी को लेकर उस ने फंदा लगाकर जान दे दी है। एस.पी. को ज्ञापन सौंपने वालों में मृतका के भाई सुरेश कुमार, संतोष कुमार व चाचा चमन लाल सहित 2 दर्जन मायका पक्ष के लोग भी मौजूद रहे। बता दें कि मृतका के माता-पिता की कुछ अरसा पहले मौत हो गई है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दर्ज होगा केस
मामले की जांच कर रहे डी.एस.पी. सरकाघाट करण सिंह गुलेरिया ने कहा कि पुलिस हर एक पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। मौत के कारणों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही सही पता चल सकेगा और उसके बाद ही विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज किया जा सकता है। उन्होंने मायका पक्ष को इस बारे में समझा दिया है और शव मायका पक्ष को सौंप दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के दौरान जो भी रिपोर्ट आएगी उसी आधार पर केस दर्ज किया जाएगा।