संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत, मायके वालों का अस्पताल में हंगामा

Friday, Apr 21, 2017 - 12:05 AM (IST)

घुमारवीं: झंडूता उपमंडल की ग्राम पंचायत बहना-जट्टां के गांव बैरी दड़ोलां निवासी महिला सुनीता (33) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला के शव का पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल घुमारवीं में होना था लेकिन इतने में मृतका के मायके पक्ष वाले वहां पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया व सुनीता की मौत के लिए उसके ससुराल वालों को जिम्मेदार ठहराते हुए जहां इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर डाली, वहीं सिविल अस्पताल घुमारवीं में पोस्टमार्टम करवाने से भी इंकार कर दिया जिसके बाद हरकत में आई पुलिस शव को पोस्टमार्टम हेतु क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर ले आई जहां पोस्टमार्टम करवाकर ससुरालियों को सौंपा। 



मुंह से निकल रहा था झाग 
जानकारी के अनुसार सुनीता का पति व देवर विदेश में नौकरी करते हैं तथा घर में सुनीता अपनी सास चंपा देवी व दादी सास दुर्गी देवी के साथ रहती है। सुनीता का एक 3 वर्षीय बेटा भी है। वीरवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे पड़ोस की एक बच्ची फूल इत्यादि लेने के लिए सुनीता के घर आई तो उसने घर में रसोई के दरवाजे के बाहर सुनीता को फर्श पर गिरा पाया। उस वक्त सुनीता के मुंह से झाग भी निकल रहा था व सुनीता का बेटा उसके आसपास घूम रहा था। उस वक्त सुनीता की सास घास इत्यादि लेने के लिए खेतों में गई थी। 

नन्ही बच्ची ने घरवालों को दी मामले की जानकारी
सुनीता की यह हालत देखकर नन्ही बच्ची ने भाग कर अपने घरवालों को मामले की जानकारी दी जिस पर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। पड़ोसियों ने मामले की जानकारी उसकी सास चंपा देवी व बैहना-जट्टां पंचायत प्रधान ब्रिकमा देवी को दी जिस पर ब्रिकमा देवी तुरंत सुनीता के घर पहुंची व गांववासियों की मदद से सुनीता को सिविल अस्पताल घुमारवीं पहुंचाया। अस्पताल में चिकित्सकों ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया।



दहेज के लिए प्रताडि़त करने का आरोप
प्रधान द्वारा सुनीता के मायके वालों को सूचित करने पर सुनीता के पिता खुडला-बल्द्वाड़ा जिला मंडी निवासी सेवानिवृत्त कैप्टन कर्म सिंह अन्य परिजनों के साथ सिविल अस्पताल घुमारवीं पहुंचे। सुनीता के पिता व मायके वालों ने बताया कि सुनीता की शादी को हुए 8 वर्ष हो चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उसके ससुराल वाले उसे शादी के बाद से ही दहेज के लिए प्रताडि़त करते थे तथा वे ही उसकी मौत के जिम्मेदार हैं। 

3 साल पहले हुआ था दोनों पक्षों में समझौता
सुनीता के पिता ने बताया कि सुनीता को तंग करने का केस अदालत में चल रहा था व करीब 3 वर्ष पूर्व उसके ससुर की मौत के बाद ही दोनों पक्षों में समझौता हुआ था। उधर, सरकाघाट विधायक कर्नल इंद्र सिंह भी मामले की जानकारी मिलते ही घुमारवीं अस्पताल पहुंचे तथा पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया। एस.पी. बिलासपुर राहुल नाथ ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों को सुना है। शिकायत दर्ज कर ली गई है तथा मामले की जांच जारी है।