बिना रूट परमिट के धूल फांक रही HRTC की बसें

Friday, Nov 17, 2017 - 10:02 AM (IST)

सोलन: हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा खरीदी गई 308 नई बसें धूल फांक रही हैं। परिवहन विभाग से इन बसों के रूट की मंजूरी नहीं मिली है। निगम के करीब 62 करोड़ रुपए के इस निवेश पर धूल की चादर मोटी होती जा रही है। चुनाव आचार संहिता से पूर्व खरीदी गई ये बसें पिछले कई महीनों से खड़ी हैं। प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण निगम ने इन बसों के रूट परमिट की फाइल मंजूरी के लिए चुनाव आयोग को भेजी हुई है लेकिन अभी इसे मंजूरी नहीं मिली है, जिसके कारण परिवहन विभाग से रूट परमिट नहीं मिल रहा है।

सड़कों पर निगम की कई खटारा बसें चली
प्रदेश में स्थिति यह हो गई है कि ये सभी बसें निगम के सभी डिपुओं में खड़ी हैं। चुनाव आचार संहिता के कारण परिवहन विभाग चुनाव आयोग की मंजूरी के बिना रूट परमिट देने की स्थिति में नहीं है। डिपो में इन बसों के खड़े होने के कारण लोग बेहतर परिवहन सेवा से वंचित हो गए हैं। आज भी सड़कों पर निगम की कई खटारा बसें चली हुई हैं। इन बसों के चलने से लोगों को कम से कम खटारा बसों से निजात मिलने की उम्मीद थी लेकिन लगता है कि अब इन बसों की सेवा के लिए चुनाव आचार संहिता हटने का इंतजार करना पड़ेगा।

रूट परमिट के लिए चुनाव आयोग की अनुमति मांगी
सूत्रों का कहना है जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण मिशन (जे.एन.एन.यू.आर.एम.) योजना के तहत प्रदेश को 308 बसें मिली हैं। प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू होने से पूर्व ही ये बसें आ गई थीं लेकिन रूट परमिट को लेकर निगम व परिवहन विभाग के बीच ठन गई। इसके कारण भी कुछ देरी हुई। इसी बीच प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो गई। परिवहन विभाग ने निगम से रूट परमिट के लिए चुनाव आयोग की अनुमति मांगी है। निगम ने यह फाइल चुनाव आयोग को भेजी है लेकिन अभी इसे मंजूरी नहीं मिली है।