सर्दियां शुरू, कैसे कटेंगे नौनिहालों के दिन, सरकार ने नहीं किया कोई ठोस इंतजाम

Friday, Nov 22, 2019 - 04:12 PM (IST)

कुल्लू (मनमिंदर) : सर्दियां शुरू हो गई हैं और जिला के किसी भी स्कूल में सर्दियों से बचने के लिए सरकार की ओर से कोई ठोस प्रबंध नहीं किए गए हैं। इस कारण छोटे बच्चे अक्सर स्कूल जाने से कतराने लगे हैं। हालांकि जिला में अभी तक इतनी बारिश और बर्फबारी भी नहीं हुई है लेकिन शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है और बच्चे से लेकर युवा व बुजुर्ग हर दिन ठंड से कांप रहे हैं। हर दिन मौसम करवट बदल रहा है कभी आसमान में बादल तो कभी धूप है मौसम की इस लुका छुपी के चलते हर दिन ठंड बढ़ रही है जिससे स्कूलों में नौनिहाल कड़ाके की ठंड से ठिठुरने को मजबूर हैं।

हैरानी इस बात की है कि स्कूलों में ठंड से बचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। सर्दियों की दस्तक के साथ ही जिला के सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे नन्हें-मुन्ने बच्चे भी अब हर दिन स्कूल न जाने का कोई न कोई बहाना ढूंढ रहे हैं क्योंकि स्कूलों में ठंड से निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। यह स्थिति इस वर्ष से नहीं है अपितु पिछले लगभग 11-12 सालों से पेश आ रही है। गौर रहे कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से पर्यावरण के मद्देनजर कोयले पर पूर्णतया पाबंदी लगाने के बाद सरकार की ओर से जनजातीय जिलों के अलावा अन्य स्कूलों में ठंड से बचने के लिए अन्य कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।

जिला कुल्लू के सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के अभिभावकों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि सभी स्कूलों में सर्दियों के मौसम में बच्चों के लिए कोई ठोस इंतजाम किए जाएं ताकि बच्चों को स्कूलों में ठंड से ठिठुरना न पड़े।

करीब 70 हजार बच्चे ठिठुरने को मजबूर 

जिला कुल्लू के सीनियर सेकेंडरी, हाई, मिडल व प्राइमरी स्कूलों में करीब 70 हजार छात्र व छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और इन बच्चों को विंटर सीजन में ठंड से बचने के लिए सरकार की ओर से किसी भी तरह की कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई गई है। हालांकि कुछ एक स्कूलों में स्कूल प्रबंधन समिति और शिक्षकों द्वारा अपने स्तर पर सर्दियों से बचने के प्रबंध किए जाते हैं लेकिन अपनी कक्षाओं में सुबह से शाम तक ठंड से ठिठुर रहे इन मासूम हजारों बच्चों की किसी को भी परवाह नहीं।

उच्च शिक्षा विभाग के उप निदेशक बलवंत ठाकुर ने कहा कि सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों में सर्दियों से बचने के लिए बच्चों के बचाव हेतू कोई ठोस प्रबंध नहीं है। ठंड से बचने के लिए जिला के हर स्कूल में स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर प्रबंध करता है।  

Edited By

Simpy Khanna