क्या ऐसे बनेंगे हैंडबॉल के खिलाड़ी?

Thursday, Jun 07, 2018 - 04:39 PM (IST)

ऊना (अमित): ऊना के इंदिरा मैदान ने देश को हैंडबॉल के कई दिग्गज खिलाड़ी दिए हैं। इस बार इंडोनेशिया के जकार्ता में होने वाली एशियन गेम्स के लिए जहां जिला ऊना के दो खिलाड़ियों का नैशनल ट्रेनिंग कैम्प के लिए चयन हुआ है वहीं भारतीय हैंडबाल टीम को बतौर कोच टिप्स देने का जिम्मा भी ऊना के ही अरुण सैनी को मिला है। हैंडबॉल को बड़े-बड़े स्टार खिलाड़ी देने के बाबजूद भी ऊना में सरकार और खेल विभाग द्वारा इसको आगे बढ़ाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। करीब चार वर्ष पहले तत्कालीन उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इंदिरा मैदान में हैंडबॉल का शिलान्यास किया था, लेकिन पैसों की कमी के चलते वो आज दिन तक तैयार नहीं हो पाया।


इस हैंडबाल के लिए खेल विभाग ने 13 लाख रुपए की राशि जारी की थी जिस पर लोक निर्माण विभाग ने काम कर दिया था। फिलहाल विभाग ने इस मैदान को अंतिम रूप देने के लिए उनसे 5 लाख की राशि मांगी है जिसे वह आज तक रिलीज नहीं कर पाया है। पिछले करीब तीन सालों से ऊना के हैंडबॉल खिलाड़ी बिना कोच के ही अभ्यास करने को मजबूर है। हैंडबॉल के खिलाड़ियों ने सरकार से इसके लिए कोच उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है। इसी मैदान में खेलकर कोच बनने तक का सफर पूरा करने वाले अरुण सैनी की माने तो किसी भी खिलाड़ी को उभरने के लिए अच्छे मैदान की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि हैंडबाल का काम शुरू होने से अच्छा मैदान बनने की उम्मीद जगी थी लेकिन इस आधे अधूरे मैदान को देखकर निराशा होती है। 


अरुण ने बताया कि हिमाचल में सिर्फ तीन हैंडबॉल कोच ही सेवाएं दे रहे हैं जबकि खिलाड़ियों को आगे ले जाने के लिए सभी जिलों में कम से कम दो कोच की नियुक्ति होनी चाहिए। जिला खेल अधिकारी एम.पी. भराड़िया ने बताया कि हैंडबाल कोर्ट पर 13 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं जबकि लोक निर्माण विभाग द्वारा 5 लाख की अतिरिक्त राशि मांगी गई है। जिस संदर्भ में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है। जिला खेल अधिकारी की मानें तो ऊना में हैंडबाल कोच की नियुक्ति का मामला भी विभाग से उठाया गया है। लेकिन यह दोनों काम कब तक होंगे इसका जबाब जिला खेल अधिकारी के पास भी नहीं है। 

Ekta