''महंगाई-भ्रष्टाचार पर मौन क्यों हर समय बेबाक राय रखने वाले शांता कुमार''

Thursday, Oct 04, 2018 - 04:24 PM (IST)

 

ऊना(विशाल): देश में बढ़ रही महंगाई, भ्रष्टाचार और अराजकता पर कांगड़ा के सांसद एवं हिमाचल के वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार की चुप्पी सवालों के घेरे में है। हमेशा बेबाकी से राय रखने वाले शांता कुमार इन मसलों पर चुप्पी क्यों साधे बैठें हैं? यह बात यहां जारी बयान में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंडित राम नाथ शर्मा ने कही। शांता कुमार सदैव सिद्धांतों की राजनीति करने वाले नेता रहे हैं और उन्होंने राम मंदिर आंदोलन हो या गुजरात की हिंसा हो या भाजपा की सरकार में कुछ मसलों की बात हो कभी चुप नहीं रहे हैं।

अब मोदी सरकार के नेतृत्व में अराजकता बढ़ रही है, सांप्रदायिक सौहार्द खराब हो रहा है, कर्ज लेकर चंद व्यापारी भाग रहे हैं, देश में लूट का सिलसिला चल रहा है, रिलायंस के हाथों पी.एम. खिलौना बन रहे है और आम जनता पिस रही है ऐसे में शांता कुमार जैसे व्यक्तित्व की चुप्पी सबको अखरती है। रामनाथ ने कहा कि शांता कुमार ने कभी कुर्सी से समझौता नहीं किया बल्कि सिद्धांत पर चलकर अपना मत प्रदेश व देश हित में रखा है और आज वही शांता कुमार मोदी सरकार के एक सांसद हैं और देश में बढ़ रही महंगाई पर चुप हैं।

शांता कुमार बताएं कि क्या इस बढ़ती महंगाई को उनका समर्थन है? क्या देश में जो तानाशाही का वातावरण बन रहा है उसको शांता कुमार जैसे नेता का समर्थन मिल रहा है? उन्होंने कहा कि क्या शांता कुमार वर्तमान समय में भाजपा की तानाशाही से इसलिए दबे हुए हैं कि कांगड़ा से चुनाव का मोह उमड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज देश में मोदी सरकार ने हालात को खराब कर दिया है, जनता का विश्वास टूट रहा है, किसानों पर लाठियां बरस रही हैं, पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस के दाम रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं एऐसे हालात में जब केवल अंधभक्ति में चंद नेता बढ़ती महंगाई का कुतर्कों के साथ समर्थन कर रहे हैं तो शांता कुमार जैसे आदर्श व सिद्धांत की राजनीति करने वाले राजनेता से प्रश्न वाजिब हो जाता है कि आखिर वे क्यों मौन धारण किए हुए हैं?

पंडित रामनाथ शर्मा ने कहा कि आज की परिस्थिति पर शांता कुमार को अपना पक्ष रखना चाहिए क्योंकि प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में शांता कुमार ने अपने आदर्शों की राजनीति से जनता के अंदर एक समान बनाया है और वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लाइन पर चलते रहे न की उग्र लाइन पर। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पर राफेल को लेकर बड़े स्तर पर घोटाले के आरोप लग रहे हैं, ऐसे में शांता कुमार की चुप्पी क्या अघोषित रूप से इस सारे गड़बड़ घोटाले को समर्थन करती है या वह अंदर ही अंदर जहर पी रहे है?

kirti