पूरी क्लास को जीरो नंबर देने वाले शिक्षक Suspend, गलती छुपाने के लिए बनाया यह बहाना

Saturday, Jul 08, 2017 - 04:29 PM (IST)

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं परीक्षा में हमीरपुर के दो स्कूलों में पूरी कक्षा को फेल करने के मामले में 2 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जाता है कि इस हरकत के बाद सरकार ने शुक्रवार को जिला कांगड़ा के दुर्गेला और करेरी स्कूल में तैनात गणित शिक्षकों को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। उच्च शिक्षा निदेशालय ने इन दोनों शिक्षकों की ओर से चेक किए गए अन्य स्कूलों के पेपरों की भी दोबारा जांच करवाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि पेपर जांचने में लापरवाही बरतने के आरोप में दुर्गेला स्कूल में तैनात गणित लेक्चर बलजीत सिंह और करेरी स्कूल में तैनात डॉ. पवन कुमार भारती को सस्पेंड कर दिया है। दोनों शिक्षकों को उपनिदेशक कार्यालय कांगड़ा से अटैच किया गया है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अपील की कि अगर किसी को परीक्षा में कम अंक मिले हैं तो वे बोर्ड में दोबारा आवेदन कर पेपर चेक करवा सकते हैं। 


गलती पर गुरुजी ने बनाया था बहाना
हमीरपुर के दरब्यार और पौहंज स्कूल की पूरी कक्षा को गणित में फेल करने वाले आरोपी शिक्षकों ने बहाना बनाया है। बोर्ड की जांच रिपोर्ट में शिक्षकों की ओर से कहा गया कि जब वे रेगुलर विद्यार्थियों के पेपर चेक कर रहे थे तो उनके सामने ओपन स्कूल के प्रश्न पत्र थे। प्रश्नों के उत्तर सही नहीं पाए जाने पर उन्होंने विद्यार्थियों को फेल कर दिया। लेकिन उनकी यह बात निदेशालय को बुरी लगी। शिक्षा निदेशालय के अफसरों का कहना है कि जब इनको रेगुलर छात्रों के पेपर चेक करने को दिए गए तो ओपन स्कूल का प्रश्नपत्र सामने रखने का क्या कारण था। उन्होंने कहा कि गलती एक छात्र का पेपर चेक करने में हो सकती है, 2 कक्षाओं के पेपर चेक करने में नहीं। बड़ा सवाल यह है कि अगर उत्तर पेपर रेगलुर छात्रों और प्रश्नपत्र एसओएस के थे तो किसी विद्यार्थी को जीरो और किसी को 10 नंबर किस हिसाब से दे दिए गए। 


4 छात्रों को पहले जीरो बाद में दिए 50 नंबर
हैरानी की बात यह है कि वार्षिक परीक्षा के गणित के पेपर में दो स्कूलों के चार विद्यार्थियों को पहले जीरो नंबर दिए गए। री-चेकिंग में इन्हें 50, 42, 42 और 43 नंबर दिए गए।