किसने हड़प कर रखी है 15 बिस्वा सरकारी जमीन!

Tuesday, Oct 16, 2018 - 11:41 AM (IST)

कुल्लू (ब्यूरो): अंतर्राष्ट्रीय देव समागम दशहरा उत्सव के बहाने सियासी माहौल भी गरमाया हुआ है। सर्कुलर रोड पर भाजपा और कांग्रेस में तनी तलवारें अब अतिक्रमण के मुद्दे पर तन गई हैं। महेश्वर सिंह से सोमवार को आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि दशहरा उत्सव में हमारी कुलदेवियों के बैठने के स्थान पर जबरन रास्ता किसने बनवाया। किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि अपने अवैध कब्जे को बचाने के लिए आयुर्वेदिक अस्पताल के पास वाले गेट को नहीं खोला गया और दूसरी तरफ से गेट बनवा कर देवी-देवताओं की जगह पर रास्ता बनवा डाला। आयुर्वेदिक अस्पताल के पास 15 बिस्वा सरकारी जमीन किसने हड़पी हुई है और इस अवैध कब्जे पर जल्द से जल्द कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने कहा कि देवी फुंगणी लगघाटी की आराध्य देवी हैं। 

देवी की जमीन पर भी जबरन कब्जा करके अपने हितों को साधने वाले लोग चुप ही रहें तो इसी में उनकी भलाई है। जलेब को लेकर भी जिस तरह शोर मचाकर कहा जा रहा है कि सर्कुलर रोड जलेब के लिए बनाया गया। वास्तव में ऐसा नहीं है जलेब का रास्ता कोई और है वह रास्ता वैसा का वैसा ही है। एक बिंदु पर मोड़ के कारण सर्कुलर रोड को चौड़ा किया गया है और वहां से सिर्फ जलेब ही नहीं चलेगी बल्कि सब लोग और वाहन भी चलेंगे। महेश्वर सिंह ने कहा कि अपने अवैध कब्जों को बचाने के लिए जबरन दूसरी तरफ से गेट व रास्ते बनवाने वाले और देवी-देवताओं के बैठने की जगह पर सड़क बनवाने वाले सर्कुलर रोड व अन्य किसी मुद्दे पर बात न करें तो बेहतर होगा। 

रोके जाएं दोनों तरफ देवी-देवता
महेश्वर सिंह ने कहा कि आजकल दिन छोटे हो गए हैं और लगभग शाम 5 बजे अंधेरा छा रहा है, ऐसे में इस बार रघुनाथ जी सवा 3 बजे रघुनाथपुर से ढालपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। जब रघुनाथ जी रघुनाथपुर से आते हैं तो उस समय अखाड़ा की तरफ से और ढालपुर की तरफ से रघुनाथपुर आने वाले देवी-देवताओं को कुछ देर ठहराया जाएगा। जब रघुनाथ जी सरवरी होते हुए लोअर ढालपुर की ओर निकलेंगे तो उसके बाद देवी-देवता शीश नवाने के लिए रघुनाथपुर जा सकेंगे। इससे जाम नहीं लगेगा। इस संदर्भ में कारदार संघ और सभी कारदारों को पत्र भेजे हैं। प्रशासन से भी चर्चा हुई। 

क्यों रहे इस तरह विवादों में
महेश्वर सिंह ने कहा कि कई बार हमें भी लगता है कि हम क्यों पुरानी पारंपरिक पोशाक पहनकर चलें और क्यों हंसी का पात्र बनें और क्यों इस तरह विवादों में रहें। हमने कई बार देवी-देवताओं से पूछा भी कि क्यों न हम पैदल ही रघुनाथ जी व अन्य देवी-देवताओं के संग चलें। देवी-देवता इसकी इजाजत नहीं दे रहे हैं। देव आदेश हैं कि रघुनाथ जी की तलवार को यूं नहीं ले जाया जा सकता। वह हाथ में रहेगी और पालकी में ही जाएगी। 

जी.एस.टी. के पैसे पर होगी चर्चा
महेश्वर सिंह ने कहा कि जिस प्रकार ढालपुर मैदान में प्लाट आबंटन में जी.एस.टी. लिया जा रहा है और वह बहुत ज्यादा है। यह भी अभी तय नहीं है कि जब जी.एस.टी. की राशि रिफंड होगी तो इसका हिस्सा किस-किस को जाएगा। इतने अधिक टैक्स का असर कारोबारियों पर ही नहीं पड़ेगा बल्कि खरीददारी करने के लिए आने वाले लोगों पर भी महंगाई के रूप में पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में डी.सी. कुल्लू से भी चर्चा करेंगे। कई मुद्दों पर वन मंत्री से भी चर्चा की जाएगी।
 

Ekta