उच्च शिक्षा को विदेश भेजा था बेटा, ऐसे लौटा घर कि पिता को लग गया सदमा

Saturday, Jan 11, 2020 - 10:01 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): कई सपने संजोकर जिस बेटे को अच्छी शिक्षा के लिए विदेश भेजा था उसका जब शव वापस आया तो पूरा परिवार सदमे में आ गया। बेटे की मौत का सदमा ऐसा लगा कि पिता के उपचार के लिए चिकित्सक को बुलाना पड़ा। जिला ऊना की ग्राम पंचायत स्तोथर के महेन्द्र सिंह ने वर्ष 2018 में लाखों रुपए का ऋण लेकर बेटे को उच्च शिक्षा के लिए न्यूजीलैंड भेजा था। पढ़ाई में बेहद होशियार 25 वर्षीय रजत कुमार का रिजल्ट भी बेहद शानदार था लेकिन किसी को क्या पता था कि वह घर डिग्री लेकर नहीं बल्कि ताबूत में लौटेगा।

पिछले सप्ताह न्यूजीलैंड में रजत कुमार की मौत हो गई थी। इसकी खबर जब वहां से आई तो परिवार को पूरी जानकारी नहीं दी गई। गांव के लोगों ने ही तमाम दस्तावेज वहां भेजे और न्यूजीलैंड में रहने वाले भारतीयों ने ही एकत्रित होकर रजत कुमार के शव को भारत भेजने की व्यवस्था की। शनिवार को सुबह ताबूत में युवक का शव आया और दोपहर बाद स्तोथर गांव में उसे अंतिम विदाई दी गई। जब ताबूत पहुंचा तब पिता को इस बात की जानकारी दी गई। पूरा परिवार यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया। ऐसा रुद्र विलाप हुआ कि हर किसी की आंख में आंसू आ गए। सैंकड़ों की तादाद में लोग रजत कुमार की अंतिम विदाई में शामिल हुए।

महेन्द्र सिंह मेहनत-मजदूरी करते हैं। 3 बच्चों के पिता महेन्द्र सिंह ने 2 बेटियों सहित रजत कुमार को शिक्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मृतक रजत की बड़ी बहन की शादी हो चुकी है जबकि छोटी शिक्षा ग्रहण कर रही है। खुद विदेश में अच्छी शिक्षा हासिल कर परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का सपना लिए न्यूजीलैंड गया रजत जब ताबूत में लौटा तो हर किसी का मन पसीज गया।

Vijay