जब सड़क की हालत देख सातवें आसमान पर पहुंचा मंत्री का पारा

Sunday, May 21, 2017 - 11:55 PM (IST)

चम्बा: वन मंत्री जब खुद किलाड़-गुलाबगढ़ सड़क की खस्ता हालत से रू-ब-रू हुए तो उनके गुस्से का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। जानकारी के अनुसार वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी इन दिनों पांगी दौरे पर थे और रविवार को दौरे के चलते शौर से वापसी कर रहे थे तो मार्ग में जगह-जगह पत्थर गिरने व गड्ढों की वजह से रास्ता अवरुद्ध होने पर वन मंत्री को गाड़ी से उतर कर काफी देर तक सड़क पर खड़े रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। रविवार को कुडशेल नाला व 1-2 अन्य स्थानों पर रास्ता अवरुद्ध था जिस पर वन मंत्री ने चिंता जताई। उन्होंने संबंधित विभाग से इस मार्ग की खस्ता हालत में जल्द सुधार करने के लिए आग्रह किया है। 

लोग हर दिन करते हैं इस मार्ग से आवाजाही  
इस दौरान मौजूद लोगों का कहना था कि मंत्री जी को जब स्वयं उक्त रास्ते से गुजरना पड़ा तो उन्हें लोगों को पेश आने वाली परेशानी का आभास हुआ लेकिन जो लोग हर दिन इस मार्ग से आवाजाही करते हैं उन्हें किस प्रकार से इस परेशानी का सामना करना पड़ता होगा। लोगों का कहना था कि यूं भी पांगी घाटी प्रदेश का वह दुर्गम जनजातीय क्षेत्र है, जहां क्षेत्र के नेताओं के वर्ष में 2 या 3 बार ही दर्शन हो पाते हैं। लोगों का कहना है कि विभाग भी इस बात को भलीभांति जानते हुए पांगी घाटी के विकास के प्रति रुचि तभी दिखाते हैं जब कोई मंत्री या वी.वी.आई.पी. यहां की ओर रुख करता है।

पांगी आने-जाने के लिए यही इकलौता मार्ग 
बता दें कि यह मार्ग इन दिनों पांगी घाटी को शेष विश्व के साथ जोडऩे वाला इकलौता मार्ग है क्योंकि सर्दियों में किलाड़-साच-चम्बा मार्ग साच दर्रे पर हुई भारी बर्फबारी के कारण अब तक आवाजाही के लिए बंद पड़ा है, ऐसे में पांगी आने-जाने के लिए इन दिनों यही इकलौता मार्ग है। हर दिन इस मार्ग के माध्यम से सैंकड़ों लोग आवाजाही करते है, ऐसे में इस सड़क की खस्ता हालत के चलते जहां अप्रिय घटनाएं होने की आशंका बढ़ जाती है तो साथ ही लोगों को भी मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। बता दें कि यह मार्ग सेना के हवाले है जिसके चलते इस मार्ग की देखरेख का पूरा जिम्मा बी.आर.ओ. पर है।