जब बैठक में सी.एम. के सामने ही ‘इस’ मुद्दे पर उलझे गए बाली-मुकेश

Tuesday, Sep 05, 2017 - 10:45 PM (IST)

शिमला: वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में मंत्रियों के आपस में भिडऩे के दस्तूर जारी है। मंत्रिमंडल की बैठकों में कभी मंत्री दूसरे मंत्री से भिड़ जाता है तो कभी मंत्री और अधिकारी की आपस में बहस हो जाती है। आज यहां आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में भी मुख्यमंत्री के सामने ही 2 वरिष्ठ मंत्री आपस में एक मुद्दे पर भिड़ गए। सूत्रों के अनुसार उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री जी.एस. बाली से डिपुओं के माध्यम से आटे की बजाय गेंहू देने के कारण विभाग के पास पंजीकृत आटा मिल मालिकों के पास काम न होने की बात रखी। बताया जाता है कि इस मुद्दे पर दोनों मंत्रियों में काफी बहसबाजी हो गई। मुकेश अग्रिहोत्री का कहना था कि विधानसभा क्षेत्र के दौरों में ऐसे आटा मिल मालिक उन्हें तथा पार्टी के अन्य मंत्रियों और विधायकों को मिलकर अपना काम-धंधा बंद होने की शिकायतें कर रहे हैं।

बैठक में नहीं नहीं लग पाए महत्वपूर्ण मामले 
राधा-स्वामी सत्संग सोसायटी ने लैंड सीलिंग में सरकार से मिली राहत के कारण राज्य में इक्ट्ठी की गई 6,000 बीघा भूमि में से कुछ भूमि बेचने का मामला आज राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में नहीं लग पाया। वहीं सेब उत्पादक क्षेत्रों में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों को नियमित करने संबंधित तथा चाय बागान वाली भूमि को बेचने की अनुमति वाले मामले भी राजस्व विभाग के सचिव का कार्यभार किसी के पास न होने के कारण मंत्रिमंडल में नहीं लग पाए। सबसे महत्वपूर्ण विभागों में शुमार राजस्व विभाग इन दिनों बिना सचिव के चल रहा है। इस विभाग का कार्यभार संभाल रहे अतिरिक्त मुख्य सचिव तरूण श्रीधर 4 से 8 सितम्बर तक अवकाश पर चल रहे हैं। इस अवधि के लिए राजस्व विभाग का अतिरिक्त कार्यभार अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि एवं मत्स्य पालन अरविंद मेहता को देने के आदेश मुख्य सचिव वी.सी.फारका ने किए थे। सूत्रों की मानें तो अरविंद मेहता ने अभी तक राजस्व विभाग का अतिरिक्त कार्यभार नहीं संभाला है।