History : कांग्रेस ने कब-किसे बनाया हिमाचल का CM, काैन रहा कुर्सी पर सबसे ज्यादा दिन?

Saturday, Dec 10, 2022 - 07:12 PM (IST)

हिमाचल डैस्क (राहुल राणा) : हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस ने 68 सीटों में से 40 पर कब्जा करते हुए सत्ता हासिल की, लेकिन मुख्यमंत्री का नाम फाइनल करने के लिए माथापच्ची हुई। आखिर में प्रदेश की राजधानी शिमला में जीते हुए विधायकों के साथ हुई मीटिंग के बाद हाईकमान ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को प्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया। हिमाचल को अब तक 7 अलग-अलग मुख्यमंत्री मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा कांग्रेस ने सूबे पर राज किया। आज हम आपको बताएंगे की कांग्रेस की ओर से प्रदेश में कब-किसे मुख्यमंत्री बनाया गया और कौन सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहा...

यशवंत सिंह (1952-1956)
1952 में राज्य में पहली बार चुनाव हुए थे। उस दाैरान 36 सीटों पर चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने 35 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जिसमें उसे 24 सीट पर जीत मिली। यशवंत सिंह परमार को प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री बनाया गया था। 1 जुलाई 1952 से 31 अक्तूबर 1956 तक यानी चार साल 237 दिन उन्होंने सूबे की कमान संभाली थी।

यशवंत सिंह (1963-1967)
फिर विधानसभा भंग करके हिमाचल प्रदेश को केंद्र शासित राज्य घोषिक किया गया। यह दर्जा 1963 तक रहा। बाद में फिर इसे विधानसभा के साथ केंद्र शासित राज्य का दर्जा मिला। तब केंद्र शासित राज्य में भी यशवंत सिंह परमार को ही मुख्यमंत्री बनाया गया था। उन्होंने 1 जुलाई 1963 से 4 मार्च 1967 तक केंद्र शासित राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी। फिर 1967 में 60 विधानसभा सीटों में चुनाव लड़ा गया। सरकार बनाने के लिए 31 सीटों की जरूरत थी। कांग्रेस ने 34 सीटों पर जीत हासिल की, साथ ही यशवंत ने 25 जनवरी 1971 तक मुख्यमंत्री का पद संभाला।

यशवंत सिंह (1972-1977)
फिर 1972 में हुए चुनाव में भी कांग्रेस ने बाजी मारी। 68 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस ने 53 सीटें जीती। तब भारतीय जनसंघ के पांच, लोकराज पार्टी हिमाचल प्रदेश के दो, सीपीआई (एम) के 1 और 7 निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाते हुए फिर यशवंत को मुख्यमंत्री बनाया। उन्होंने 10 मार्च 1972 से 28 जनवरी 1977 तक यानी कि 6 साल 3 दिन मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली।

वीरभद्र सिंह (1983-1990)
साल 1982 में पहली बार बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश के चुनाव में एंट्री मारते हुए 29 सीटें जीत लीं। बीजेपी ने मुख्यमंत्री ठाकुर राम लाल को बनाया, लेकिन उन्हें कांग्रेस नेताओं के दवाब के कारण 7 अप्रैल 1983 को पद छोड़ना पड़ा और तब कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री बना दिया। फिर वीरभद्र सिंह ने 8 अप्रैल 1983 को पद संभाला और कार्यकाल को पूरा किया। इसके बाद फिर 1985 में फिर से कांग्रेस जीतकर आई और वीरभद्र ने 8 मार्च 1985 से 5 मार्च 1990 तक मुख्यमंत्री का पद संभाला। यानी कि लगातार 6 साल 331 दिन।

वीरभद्र सिंह (1993-1998), (2003-2007), (2007-2012)
इसके बाद 1993 में हुए चुनावों में कांग्रेस ने 68 सीटों में से 52 सीटें जीतते हुए सरकार बनाई। तब से लेकर 2017 तक 5 बार चुनाव हुए, लेकिन 3 बार कांग्रेस की सरकार आई। इन तीनों माैकों पर कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया। 

सुखविंदर सिंह सुक्खू (2022 से जारी)
वहीं अब 2022 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 40 सीटों पर कब्जा करते हुए सत्ता हासिल की। प्रदेश की कमान सुखविंदर सिंह सुक्खू को साैंपी गई। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए। 

सबसे ज्यादा दिनों तक रहें मुख्यमंत्री
वहीं हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा दिनों तक मुख्यमंत्री पद पर बैठने वाले वीरभद्र सिंह हैं, जिन्होंने 21 साल 12 तक इस पद पर कार्य किया। इसके बाद 18 साल 83 दिन यशवंत सिंह परमार मुख्यमंत्री रहे। वहीं बीजेपी की ओर से प्रेम कुमार धूमल 9 साल 342 दिन (लगभग 10 साल) तक इस पद पर रहे।

News Editor

Rahul Singh