ये क्या, रस्सियों से बांधकर चलाई जा रही मरीजों की Wheelchair

Tuesday, Apr 30, 2019 - 12:27 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): क्षेत्रीय चिकित्सालय ऊना में मरीजों के लिए रखी व्हीलचेयर को रस्सियों से बांधने की नौबत आ गई है। जिस स्वास्थ्य संस्थान में मैडीकल सुपरिंटैंडैंट से लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कार्यालय है उस संस्थान की ऐसी हालत देखकर हर कोई हैरान है। अस्पताल के मुख्य गेट पर रखी गईं व्हीलचेयर के कई हिस्से टूटे हुए हैं। जब भी किसी मरीज को व्हीलचेयर पर ले जाना होता है तो उसके तीमारदार रस्सियों से इसे बांधते हैं। तब जाकर इसे चलने लायक बनाया जाता है। अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली भी इससे उजागर होती है कि किस कद्र यहां की व्यवस्थाएं काम कर रही हैं।

अन्य सामान की हालत भी खस्ता 

हर कोई सरकारी सेवाएं हासिल करना चाहता है। हर किसी के मन में सरकारी नौकरी की चाहत होती है लेकिन कोई भी लीक से हटकर काम करने को शायद तैयार नहीं होता है। असंख्य लोग ऐसे हैं जो अस्पतालों के लिए व्हीलचेयर सहित कई उपकरण देने की चाहत भी रखते हैं परंतु इनकी सेवाएं कौन ले व किस प्रकार ले इस पर कोई योजना नहीं होती है। सरकारी संस्थानों को दिया गया सामान भी बदतर हालत का शिकार होता है।

बेहतर प्रबंधन न होने से हो रही दिक्कत

जिला मुख्यालय में स्थित क्षेत्रीय चिकित्सालय की हालत काफी खराब होती जा रही है। बेहतर प्रबंधन न होने की वजह से दिक्कतें आ रही हैं। करोड़ों रुपए सरकार द्वारा खर्च किए जा रहे हैं परंतु सही तरीके से व्यवस्थाएं न होने की वजह से इसका खमियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है।

अधिकारियों की नहीं जाती व्हीलचेयर पर नजर

सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कुमारी कहती हैं कि क्षेत्रीय अस्पताल के मुख्य द्वार पर पड़ी व्हीलचेयर पर किसी अधिकारी की नजर नहीं जाती है। हालात खराब हैं। मरीजों को चिकित्सकों के पास पहुंचाना मुश्किल हो रहा है। किसी व्हीलचेयर को रस्सियों से बांधा गया है तो कई घसीटते हुए ले जानी पड़ती हैं। उन्होंने अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं।

Ekta