Whatsapp के जरिए भ्रष्टाचार पर चाबुक चलाएगा विजिलैंस ब्यूरो

Saturday, Jul 01, 2017 - 09:12 AM (IST)

शिमला: स्टेट विजिलैंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो अब व्हाट्सएप्प के जरिए क्रप्शन पर चाबुक चलाएगा। सोशल मीडिया को भ्रष्टाचार पर करारा वार करने के बड़े हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। राज्य के किसी भी कोने में किसी भी संस्थान, महकमे व पंचायती राज संस्थाओं में होने वाले भ्रष्टाचार की शिकायत हो सकेगी। फोटो के अलावा ऑडियो और वीडियो दोनों तरह की रिकार्डिंग का भी कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। इसके लिए जांच एजैंसी ने नई पहल कर व्हाट्सएप्प नंबर 8988700100 जारी किया है। इसमें शिकायतकर्ता की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। शिकायतों का टैक्नीकल सैल पूरा रिकॉर्ड रखेगा। इस पर ही शिकायत करने वाले को एक्नॉलेजमैंट भेजेंगे।


विजिलैंस भ्रष्टाचार पर चोट करने के लिए सोशल मीडिया का लेगी सहारा
शिकायतों पर कार्रवाई करने के लिए पुख्ता तंत्र विकसित किया गया है। विजिलैंस भ्रष्टाचार पर चोट करने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लेगी। इस सिलसिले में विजिलैंस ने व्हाट्सएप्प नंबर जारी किया है। जो भी शिकायतें आएंगी, उनका सुपरविजन एडीशनल रैंक का अधिकारी करेगा। इसके बाद कमेटी तय करेगी कि जांच किसे सौंपनी है। इससे पहले शिकायत को वैरिफाई किया जाएगा। फील्ड यूनिट को इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी। अभी तक विजिलैंस के पास 3 स्तर पर लिखित शिकायतें आती हैं। पहली राज्य मुख्यालय के स्तर पर, दूसरी रेंज और तीसरी थानों के स्तर पर। इनका निपटारा सी.वी.सी., विजिलैंस मैनुअल के हिसाब से होता है।


कहीं भी दिखे करप्शन तो करें शिकायत
विजिलैंस ने लोगों का आह्वान किया है कि अगर उन्हें कहीं भी क्रप्शन नजर आए तो इसकी शिकायत तत्काल व्हाट्स एप पर करें। चाहे सड़कों के निर्माण में घपला हो रहा हो या फिर पानी की स्कीमों में गड़बड़ी हो रही हो। सरकारी बाबू रिश्वत मांगें या फिर अधिकारी, उसकी वीडियो, ऑडियो रिकार्डिंग कर लें। सरकारी धन में कहीं भी धांधली बरती जा रही हो तो अपना मोबाइल फोन उठाएं और विजिलैंस को सीधी शिकायत करें। शिकायतकत्र्ता को भ्रष्टाचारियों से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उनकी पहचान को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, साथ ही विजिलैंस शिकायत पर कार्रवाई भी सुनिश्चित करेगी। सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर विजिलैंस अपने सोर्स नैटवर्क को भी मजबूत करेगी। 


विजिलैंस का भ्रष्टाचार पर एक और वार
विजिलैंस भ्रष्टाचार के खिलाफ नए जमाने के हथियार का प्रयोग करेगा। यह हथियार व्हाट्सएप्प के तौर पर होगा। संचार क्रांति के इस नए युग में समय के साथ कदमताल किया जाएगा। इस सिलसिले में विजिलैंस ने नई पहल की है। जांच एजैंसी ने सोशल मीडिया को भ्रष्टाचार से लड़ने का मुख्य हथियार बनाया है। ये सरल और कारगर साबित होगा। आने वाले वक्त में इसी पर ज्यादातर शिकायतें आ सकती हैं। ऐसी सूरत में अधिकारियों को भी जांच के पुराने तौर तरीकों में बदलाव करना पड़ सकता है।