कुआं बनी 2 गांवों को जोड़ने वाली सड़क, विभाग किसी हादसे के इंतजार में (Video)

Wednesday, Jul 25, 2018 - 02:09 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): जब कोई हादसा होता है तभी विभिन्न सरकारी विभाग व एजैंसियां हरकत में आती हैं। इससे पहले शायद हादसों का इंतजार किया जाता है। विभिन्न विभाग जनता के प्रति कितने जवाबदेय और जागरूक हैं इसका अंदाजा ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति को देखकर लगाया जा सकता है। 2 गांवों को जोड़ने वाली एक सड़क पिछले काफी अर्से से कुएं में परिवर्तित हो गई है लेकिन विभाग लगता है किसी हादसे के इंतजार में है। लोअर और अप्पर बसाल को जोड़ने वाली ग्रामीण स्तर की सड़क पर न केवल स्कूली बच्चे बल्कि गांव के लोगों का भी आने जाने का मुख्य साधन है परन्तु इस सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह से टूट चुका है। 


ऊना-अम्ब नैशनल हाईवे एक्सटेंशन 503 पर ग्राम पंचायत बसाल से अप्पर बसाल की तरफ जाने वाली लोक निर्माण विभाग की सड़क का एक हिस्सा काफी समय से फ्लड में बह चुका है। यहां एक बड़ा कुआंनुमा गड्ढा बन चुका है लेकिन न तो विभाग ने यहां कोई चेतावनी बोर्ड स्थापित किया है और न ही इस सड़क को बंद किया गया है ताकि हादसा न हो। इसी रास्ते से गांव के बच्चे दूसरी तरफ स्कूल जाते हैं। यही नहीं ग्रामीणों के लिए भी इधर से उधर जाने का यह सीधा मार्ग है। खड्ड के निकट सड़क का एक हिस्सा टूटकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है लेकिन विभाग ने अभी तक इसकी सुध नहीं ली है। यहां खतरा लगातार बना हुआ है। 


प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजनाओं के तहत विभिन्न स्थानों पर सड़कें तो बना दी गई हैं लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। सड़कों के किनारे बनाए गए नाले गंदगी और कीचड़ से लबालब भरे हुए हैं। कभी इनकी सफाई नहीं की गई है। सड़कों पर घास और झाड़ियों का कब्जा है। हालत यह है कि बसाल की इस ग्रामीण सड़क पर आई.पी.एच. विभाग की एक पाइप ऊपर से ही निकाल दी गई है। इससे इस सड़क पर बड़ी गाड़ियां जाना ही बंद हो चुकी हैं। ग्राम पंचायत अप्पर बसाल के पूर्व प्रधान कमल चौधरी कहते हैं कि सड़क के एक हिस्से को टूटे हुए करीब 2 वर्ष हो गए हैं परन्तु विभाग ने इसकी सुध नहीं ली है। न तो चेतावनी बोर्ड लगाया गया है और न ही यहां कोई नई सड़क का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे हादसे की आशंका बनी हुई है। काफी लोगों के लिए इधर-उधर जाने का एकमात्र साधन है परन्तु इसकी कोई सुध नहीं ली जा रही है। 


गांव की ही महिला भोली देवी, कौशल्या व केसरी देवी कहती हैं कि कई बार समस्या उठाई गई परन्तु कोई भी यहां देखने नहीं आता है। सड़क के किनारे न तो नालों की सफाई की गई है और न ही उस हिस्से को ठीक किया गया है जो कुएं का रूप धारण कर चुका है। खड्ड के पास सड़क बह गई है। कोई भी व्यक्ति यहां गिरकर हादसे का शिकार हो सकता है। जब प्रतिक्रिया लेने के लिए पंजाब केसरी की टीम लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के पास पहुंची तो न तो जे.ई., न एस.डी.ओ. और न एक्सियन उपलब्ध थे। यहां तक कि कई अधिकारियों के फोन भी बंद पाए गए। इसके बाद एस.ई. डी.एस. देहल ने कहा कि वह इस मामले की वस्तुस्थिति का पता लगाएंगे। जो भी जरूरी हुआ वह कदम उठाए जाएंगे।

Ekta