अग्निकांड की घटनाएं रोकने के लिए गांवों में होगा जल भंडारण टैंकों का निर्माण : डीसी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 21, 2021 - 05:29 PM (IST)

कुल्लू (ब्यूरो): डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिले में पिछले कुछ महीनों के दौरान अग्निकांड की अनेक घटनाएं हुई हैं, जिनमें अनेकों मकान आग भी भेंट चढ़ गए और बहुत से घरों को क्षति पहुंची है। लोगों की संपत्ति का भी नुक्सान हुआ है। वह जिले में पंचवटी योजना तथा मनरेगा के तहत विभिन्न विभागों के समन्वय से किए जाने वाले विभिन्न कार्यों के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने मझाण व मलाणा गांव का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि इन गांवों तक पहुंचना कठिन है जिसके कारण नुक्सान अधिक हुआ है। इस प्रकार की घटनाओं में नुक्सान को कम करने के लिए भविष्य में आवश्यक कदम उठाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिले के ऐसे संवदेनशील गांवों में जल भंडारण टैंकों का निर्माण वन विभाग द्वारा जल शक्ति विभाग के सहयोग से मनरेगा तथा अन्य मदों में किया जाएगा। बहरहाल 110 टैंकों के निर्माण के लिए प्राकलन तैयार किया गया है।

मझाण गांव के लिए स्टील ढांचे का टैंक डिजाइन

उन्होंने कहा कि अग्निकांड की घटनाओं के दौरान जिन गांवों तक फायर टैंडर अथवा बचाव दल जल्द नहीं पहुंच पाता, वहां पर प्राथमिकता के आधार पर गांव के ऊपर जल भंडारण टैंकों का निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टैंकों के निर्माण के समय इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि टैंक पूरी तरह से सुरक्षित हों और गांव को इससे भविष्य में किसी प्रकार का खतरा न हो, टैंकों का डिजाइन तथा अन्य तकनीकी सहयोग जल शक्ति विभाग के अभियंताओं द्वारा किया जाएगा। विभिन्न विभाग मनरेगा के तहत अधिकांश कार्य करवा सकते हैं। जल शक्ति विभाग ने अवगत करवाया कि मझाण गांव के लिए स्टील ढांचे का टैंक डिजाइन किया गया है। दूरस्थ क्षेत्रों में इसी प्रकार के टैंकों का निर्माण किया जाएगा ताकि अग्निकांड की घटना के समय पानी की आपूर्ति टैंकों से की जा सके। इसके अलावा जल भंडारण बफर टैंकों का इस्तेमाल गर्मियों में 3 माह पानी की कमी वाले क्षेत्रों में किया जा सकता है।

बीडीओ ऐसे गांवों का करें चयन जहां सबसे पहले है जरूरत

डीसी ने खंड विकास अधिकारियों को ऐसे गांवों का चयन करने को कहा जहां सबसे पहले जल भंडारण टैंक की जरूरत है। उन्होंने पंचवटी योजना के तहत जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में प्रस्तावित वाटिकाओं की प्रगति के बारे में भी संबंधित विभागों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि वाटिकाओं का निर्माण भी मनरेगा के तहत विभागीय अभिसरण के तहत किया जा सकता है। उन्होंने योजना को धरातल पर उतारने के लिए विभागों को वाटिकाओं का निर्माण करने की प्रक्रिया तेज करने को कहा। अरण्यपाल अनिल जोशी ने वन विभाग द्वारा मनरेगा के तहत की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त जिलाधीश एसपी सिंह, वन विभाग के अधिकारी, खंड विकास अधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।  

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Content Writer

Vijay

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