हमीरपुर के इन 12 गांवों में पानी के लिए मचा हाहाकार, ग्रमीणों ने विभाग को दी ये चेतावनी

Sunday, May 27, 2018 - 11:26 PM (IST)

भोरंज: हमीरपुर जिला के अंतर्गत आती कड़ोहता पंचायत के 12 गांवों के नलों में 7वें दिन पानी आने से ग्रामीण बेहद परेशान हैं। कुओं व हैंडपम्पों में भी पानी की कमी होने से हाहाकार मच गई है। पंचायत व ग्रामीणों द्वारा विभागीय अधिकारियों को समस्या से अवगत करवाने पर भी कोई हल नहीं हो रहा है। गुस्साए पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने सरकार व विभाग को चेतावनी दी है कि पानी की समस्या का हल नहीं किया तो चक्का जाम किया जाएगा, जिसके लिए प्रशासन व सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग जिम्मेदार होंगे।


इन 12 गांवों में गहराया पेयजल संकट
भोरंज उपमंडल के तहत आने वाली कड़ोहता पंचायत के गांव कड़ोहता, अंबी, कठियावीं, तमरोह, टांडा, जाड़, बखौटा, भेबल, मनोह उपरला व बूहला तथा मुंडखर पंचायत के जमली प्लासी सहित 12 गांवों को उठाऊ पेयजल योजना जाड़ बखौटा व प्रोजैक्ट मेवा बमसन लगवालती योजना से पानी दिया जाता है। जाड़-बखौटा योजना सूखने व प्रोजैक्ट से पानी न आने से ग्रामीणों को 7वें दिन पानी की नाममात्र सप्लाई आ रही है। इससे ग्रामीणों के लिए पेयजल का गंभीर संकट पैदा हो गया है। पंचायत के गांव भेबल, मनोह उपरला व बूहला के कुएं व हैंडपम्प सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। इनसे केवल 8-10 घड़े पानी के बड़ी मुश्किल से निकल रहे हैं। इससे ग्रामीणों को पीने के पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।


...तो चक्का जाम कर किया जाएगा विरोध
 कड़ोहता पंचायत के उपप्रधान वीरेंद्र डोगरा, पूर्व उपप्रधान कुलवंत ठाकुर सहित ग्रामीणों का कहना है कि नलों में 7वें दिन बहुत कम पानी आने से गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। विभाग पेयजल समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। उन्होंने कहा कि समस्या का हल न करने पर चक्का जाम करके विरोध जताया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन से कड़ोहता में पानी के लिए टैंकर लगाने की मांग भी की।


क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी
आई.पी.एच. उपमंडल भोटा के सहायक अभियंता शशिकांत ने बताया कि योजना में पानी कम होने से समस्या हुई है। पानी की क्षमता को देखकर ही सप्लाई दी जा रही है। जे.ई. को कड़ोहता पंचायत में भेजा जा रहा है। टैंकर लगाना सरकार के अधिकार क्षेत्र में है।

Vijay