लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में टिकट की जंग, दिल्ली में लॉबिंग शुरू

Friday, Aug 03, 2018 - 10:47 PM (IST)

शिमला (राक्टा): आगामी वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में अभी से ही टिकट की जंग शुरू हो गई है। इसके तहत अपने-अपने चहेतों को टिकट दिलाने के लिए कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में लॉबिंग शुरू कर दी है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से अलग-अलग मिल रहे हैं। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से टिकट के लिए पूर्व मंत्री जी.एस. बाली और सुधीर शर्मा आमने-सामने हैं। सुधीर शर्मा तो बीते दिनों कुछ विधायकों और पूर्व विधायकों के साथ दिल्ली जाकर राहुल गांधी से भी मिल चुके हैं। इसके साथ ही पूर्व मंत्री हर्ष महाजन भी चुनाव लडऩा चाह रहे हैं। हालांकि उन्होंने एक दशक से अधिक समय से चुनाव नहीं लड़ा है।

टिकट के लिए आशा कुमारी भी कर सकती हैं दावा
इसके साथ ही विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री आशा कुमारी भी चुनाव टिकट के लिए दावा कर सकती हैं। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार आशा कुमारी लोकसभा चुनाव जीत कर दिल्ली जाने की इच्छुक हैं। उनकी पार्टी हाईकमान में भी खासी पैठ है, ऐसे में वह कई नेता के समीकरण भी बिगाड़ सकती हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता चंद्र कुमार भी टिकट चाह रहे हैं लेकिन बीते लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली हार उनका खेल बिगाड़ सकती है। इसके साथ ही मंडी संसदीय क्षेत्र से पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर भी टिकट की दौड़ में हैं। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी यहां से चुनावी हुंकार भर सकते हैं लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसे संकेत नहीं दिए हैं।

सुक्खू मंडी से कर रहे कौल सिंह की पैरवी
सूत्रों के अनुसार कांग्र्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुक्खू भी अंदरखाते मंडी से कौल सिंह की पैरवी कर रहे हैं। इसी कड़ी में बीते दिनों ही कौल सिंह ने दिल्ली जाकर राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इसी तरह शिमला संसदीय क्षेत्र से विधायक एवं पूर्व मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल के साथ-साथ कांग्रेस नेता विनोद सुल्तानपुरी और अमित नंदा भी चुनावी टिकट की दौड़ में हैं। सूत्रों की मानें तो पार्टी का एक गुट कर्नल शांडिल तो दूसरा गुट अमित नंदा की पैरवी कर रहा है, ऐसे में शिमला संसदीय सीट को लेकर भी गुटबाजी चरम पर है। इसके साथ ही हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से विधायक राजेंद्र राणा अपने पुत्र को टिकट दिलवाना चाह रहे हैं जबकि एक खेमा पूर्व संसदीय सचिव राजेश धर्माणी की पैरवी कर रहा है। इसके साथ ही विधायक राम लाल ठाकुर का नाम भी चर्चा में है।

भाजपा में भी टिकट के लिए जुगाड़बाजी, शांता कर चुके मना
भाजपा भी लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर चुकी है। इसके तहत कई नेताओं ने अंदरखाते टिकट के लिए गोटियां फिट करनी शुरू कर दी हैं। सांसद शांता कुमार द्वारा चुनाव लडऩे से मना करने के बाद कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से कई चेहरे टिकट की चाह रखे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार गद्दी समुदाय से संबंध रखने वाले दूलो राम भी टिकट की दौड़ में हैं। इसी तरह ओ.बी.सी. वर्ग से ब्रिगेडियर पवन चौधरी भी इस दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं। संसदीय क्षेत्र में ओ.बी.सी. वोटर के प्रभाव को देखते हुए उनको भी सशक्त  दावेदार के रूप में देखा जा सकता है। इसी तरह पूर्व मंत्री रविंद्र रवि, भाजपा नेता कृपाल परमार, त्रिलोक कपूर और भाजपा नेत्री इंदू गोस्वामी भी टिकट की रेस में बताई जा रही हैं।

मंडी-शिमला में उलझी भाजपा
मंडी और शिमला संसदीय सीट के प्रत्याशियों को लेकर भाजपा भी खासी उलझन में है। इसका मुख्य कारण बार-बार प्रत्याशियों को बदलने की आवाज उठना है। शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद वीरेंद्र कश्यप के साथ जयराम सरकार में मंत्री डा. राजीव सहजल, भाजपा नेता एच.एन. कश्यप और विधायक सुरेश कश्यप में से किसी को टिकट मिल सकता है।  इसी तरह मंडी संसदीय क्षेत्र से सांसद राम स्वरूप शर्मा को भी आगामी लोकसभा चुनाव का टिकट मिलने पर संशय है। इस संसदीय क्षेत्र से टिकट की दौड़ में पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, अजय राणा, प्रवीण शर्मा और ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर के नाम चर्चा में हैं।

हमीरपुर से अनुराग का टिकट तय
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के टिकट में भाजपा किसी भी तरह का बदलाव नहीं करना चाहती। ऐसे में वर्तमान सांसद अनुराग ठाकुर का टिकट तय माना जा रहा है। हालांकि संसदीय क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का नाम भी चर्चा में है।

Vijay