जागो सरकार, यहां वर्षों से सरेआम छलनी किए जा रहे पहाड़

Tuesday, Jan 17, 2017 - 09:54 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): सुंदरनगर उपमंडल के तहत मलोह में पिछले कई वर्षों से  अवैध खनन हो रहा है। सरेआम पहाड़ो को छलनी किया जा रहा है। मामले की जानकारी मुख्यमंत्री, प्रसासन व खनन विभाग को होने के बावजूद इस पर कोई रोक नही लग पाई है। यहां पर खनन के चलते वन भूमि, सैंक्चुरी एरिया व बिजली टावर अवैध खनन की चपेट में आ रहे हैं लेकिन भूमि सुधार के नाम पर लगातार अवैध खनन को अंजाम देते हुए नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों की सरेआम धज्जिया उड़ाई जा रही हैं।

बेधड़क दिया जा रहा खनन को अंजाम 
हैरानी की बात है कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बार-बार प्रशासन, पुलिस, विभिन्न विभागों सहित मुख्यमंत्री को भी इस बारे शिकायत की जा रही है बावजूद इसके आज तक  कोई भी ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है, जिसके चलते इस धंधे से जुड़े लोग बेधड़क होकर खनन को अंजाम दे रहे हैं। प्रति सप्ताह यहां से पत्थर सैंकड़ों ट्रक, टिप्पर व ट्रैक्टरों में लोड कर दूसरे क्षेत्रों में फोरलेन, निजी निर्माण व ठेकेदारों द्वारा उपयोग में लाए जा रहे हैं।
 

हाईकोर्ट-एन.जी.टी. का दरवाजा खटखटाएंगे लोग
स्थानीय निवासी व वार्ड मैंबर शीला देवी, पूर्व उपप्रधान रूप लाल, पूर्व वार्ड मैंबर मदन लाल, पूर्व प्रधान रमेश, जीवन, बालक राम, कर्म सिंह सहित पूर्व प्रधान रमेश का कहना है कि उक्त क्षेत्र में पिछले लंबे समय से लगातार पर्यावरण से छेड़छाड़ हो रही है, जिसके चलते भूमि का संतुलन बिगडऩा शुरू हो गया है और भूगर्भ में हलचल हो रही है। यहां पर पिछले कुछ दिनों से पहाड़ो से धुंआ उठने के साथ गुफा से पिघला हुआ ठोस पदार्थ बाहर आ रहा है। ग्रामीणो ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही अवैध खनन पर कोई कार्रवाई नही हुई तो वे उच्च न्यायलय के साथ नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाएंगे।

खड्डों में फैंका जा रहा मलबा
खनन के चलते जहां पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है, वहीं इसका खमियाजा सीधे तौर पर स्थानीय निवासियों को झेलना पड़ रहा है। खनन माफिया द्वारा पत्थर निकालने के लिए थाच, राहनग, कोहल नाला व नागोंन खड्ड के आसपास पहाड़ों पर भारी खनन किया जा रहा है और सारा मलबा खड्डों में फैंका जा रहा है। खनन के चलते बरसात के दिनों में भारी भू-स्खलन होने के साथ सारा मलबा खड्डों में आ जाता है, जिससे नालियां व रास्ते अवरुद्ध होने के साथ सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।

बीते वर्ष पैदा हुई थी बाढ़ की स्थिति
विगत वर्ष बरसात में खनन के चलते भारी मलबा खड्ड में बहता हुआ नालनी गांव जा पहुंचा और वहां मुख्य पुल के नीचे अवरोध पैदा होने से मलबा गांव में घुस गया और बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। गनीमत यह रही कि उस समय मौके पर जे.सी.बी. उपलब्ध होने के चलते बाढ़ रूपी पानी का रुख बामुश्किल दूसरी और किया गया अन्यथा जान-माल के भारी नुक्सान के साथ नालनी गांव का अस्तित्व ही खत्म हो जाता।

करोड़ों के पत्थर भेजे जा रहे बाहर 
मलोह पंचायत के अंतर्गत 3 स्टोन क्रशर लगाए गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इनमें से कुछ सरकारी भूमि में लगे हंै। वहीं भूमि सुधार की मंजूरी की आड़ में वन भूमि, सैंक्चुरी एरिया व बिजली टावर के क्षेत्रों के आसपास अवैध खनन किया जा रहा है और क्रशरों को भी पत्थरों की सप्लाई यहीं से किए जाने के साथ करोड़ों के पत्थर अवैध रूप से बाहर भेजे जा रहे हैं। 

क्या कहते हैं अधिकारी
खनन अधिकारी जिला मंडी राजीव कालिया ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है शीघ्र ही ठोस कार्रवाही अमल में लाई जाएगी। वहीं तहसीलदार सुंदरनगर वेद प्रकाश ने बताया कि अवैध खनन संबंधित शिकायत उपमंडल अधिकारी कार्यालय में आई थी जिसके बारे खनन अधिकारी को सूचित कर दिया गया था।